लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में 20 मार्च 2025 को अचानक हुई ओलावृष्टि और बारिश ने किसानों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। तेज बारिश और ओलावृष्टि की वजह से खड़ी फसलों को भारी नुकसान होने की खबरें आ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया और संबंधित अधिकारियों को त्वरित राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए राहत कार्यों के निर्देश
सीएम योगी ने विभिन्न जनपदों में हो रही बारिश के दृष्टिगत अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्र का भ्रमण करें और राहत कार्यों पर लगातार निगरानी रखें। साथ ही उन्होंने प्रभावित लोगों को तत्काल मदद पहुंचाने की दिशा में जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए संबंधित अधिकारियों से आख्या तैयार करने को कहा, ताकि किसानों को बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा समय पर मिल सके।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार पहले भी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने में सक्रिय रही है, और अब भी सरकार ने इस दिशा में जरूरी कदम उठाए हैं।
गेहूं और अन्य फसलों को हुआ नुकसान
मौसम विभाग के अनुसार, तेज बारिश और हवाओं के कारण विशेष रूप से गेहूं, सरसों, चना, मटर जैसी फसलों को नुकसान होने की संभावना है। मार्च का महीना किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस दौरान गेहूं, सरसों और अन्य रबी फसलें पकने की कगार पर होती हैं। अचानक आई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। कई किसानों ने अपनी तैयार फसलों को कटाई के लिए खेतों में रखा था, लेकिन बारिश ने उन फसलों को बर्बाद कर दिया।
विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं की फसल में भारी नुकसान हुआ है, क्योंकि ओलावृष्टि और बारिश ने इसे काफी प्रभावित किया है। इसके साथ ही आम की फसल पर भी ओलावृष्टि का असर पड़ सकता है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम का असर
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी इस बारिश का असर देखा गया है। विशेष रूप से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और अचानक बढ़ी गर्मी के कारण बारिश ने लोगों को राहत तो दी है, लेकिन किसानों के लिए यह मौसम मुसीबत लेकर आया है। आसमान से गिरते ओले और तेज हवाएं खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं।
राहत कार्य और मुआवजा की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए राजस्व और कृषि अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे प्रभावित किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं को समझें और राहत राशि देने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करें। राज्य सरकार ने किसानों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए इस आपातकालीन स्थिति में त्वरित मदद देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
आने वाले दिनों में फिर बारिश की संभावना
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने जानकारी दी कि 21 मार्च से प्रदेश में मौसम एक बार फिर बदल सकता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम साफ रह सकता है। ऐसे में किसानों को मौसम के और बदलाव से बचने के लिए पहले से तैयार रहने की सलाह दी गई है।
उत्तर प्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश से किसानों की परेशानियों में इजाफा हुआ है, खासकर गेहूं और अन्य रबी फसलों के लिए यह समय अत्यधिक महत्वपूर्ण था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद राहत कार्यों की गति तेज कर दी गई है और किसानों के नुकसान का जल्द आंकलन कर मुआवजा वितरित किया जाएगा। इसके साथ ही 21 मार्च से मौसम के और बदलाव को लेकर किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।