लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्देश दिया है कि पीएम कुसुम योजना का लाभ अधिक से अधिक किसानों तक पहुँचे। इस योजना के तहत सोलर पंप की सुविधा लगभग 51 हजार से अधिक किसानों को उपलब्ध कराई गई है, जिससे न केवल किसानों की लागत में कमी हो रही है, बल्कि जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आ रही है।
मुख्यमंत्री ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 30 हजार और 2024-25 में 44,250 किसानों को सोलर पंप की सुविधा से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए प्रयासों को तेज किया जाएगा और भारत सरकार के सहयोग से संचालित इस योजना की लोकप्रियता को देखते हुए राज्य सरकार अपने अनुदान को बढ़ाने का विचार कर रही है, ताकि पीएम कुसुम योजना का लाभ अधिक से अधिक किसानों तक पहुँचे।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की समीक्षा के दौरान कहा कि इसके तहत कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के लिए ग्राम पंचायत स्तर और ब्लॉक स्तर पर वेयरहाउसेज बनाने और संचालित करने का कार्य किया जाए। उन्होंने इसे एक व्यापक और उत्पादकता बढ़ाने वाला कदम बताया और कृषि विभाग को इस संदर्भ में विस्तृत कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने किसानों को सोलर फेंसिंग के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता को बताते हुए उन्हें सोलर फेंसिंग के लिए प्रोत्साहित करने का प्रस्ताव रखा है। ताकि वन्य पशुओं के कारण होने वाली फसलों की क्षति के स्थायी समाधान की ओर कदम बढ़ाया जा सके। मुख्यमंत्री ने इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है और बैठक में इस विषय पर विस्तार से चर्चा की।