नई दिल्ली: कुछ प्रमुख फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए एक खुशखबरी है, क्योंकि अब उन्हें अपनी फसलों की बिक्री के बाद अधिक समय तक भुगतान का इंतजार नहीं करना होगा। केंद्र सरकार ने अरहर और प्याज उत्पादक किसानों को त्वरित भुगतान करने के लिए एक विशेष योजना की घोषणा की है, जिसके तहत किसानों के बैंक खाते में फसल की राशि 48 घंटे के भीतर भेज दी जाएगी।
सरकार के उद्देश्य के मुताबिक, यह योजना किसानों को अरहर और प्याज उगाने के लिए प्रोत्साहित करने और इन दोनों फसलों की खेती के रकबे को बढ़ाने में मदद करेगी। इस सीधे भुगतान की पहल में, भूमि संग्रहण संबंधित प्रणालियों के माध्यम से किसानों को तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाएगी, ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें। साथ ही, भुगतान की इस नई प्रक्रिया के माध्यम से किसानों को खाद और बीज खरीदने के लिए भी समय पर राशि मिलेगी, जिससे उनकी खेती में नई ऊर्जा आएगी और वे अधिक भूमि पर खेती कर सकेंगे। इससे अरहर दाल और प्याज की खेती के रकबे में वृद्धि होगी।
इस नई पहल के बारे में एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि, “इस सीधे भुगतान योजना से किसानों को बड़ा फायदा होगा। वे समय पर अपनी फसल की राशि पा सकेंगे और इससे उन्हें अपनी खेती को बेहतरीन बनाने के लिए अधिक ऊर्जा और सामग्री मिलेगी।” इसके अलावा, यह योजना अरहर दाल के आयात पर निर्भरता को कम करने में भी मदद करेगी। अधिकारी ने बताया कि इस साल के खरीफ सीजन में अरहर दाल के क्षेत्रफल में कमी आई है, जिससे उत्पादन में भी कमी हुई है। इससे खाद्य सामग्री की महंगाई में वृद्धि हो रही थी, जिसको नियंत्रित करने के लिए सरकार इस योजना को आयोजित कर रही है।
इस योजना के अंतर्गत, नए भुगतान प्रणालियों और तकनीकों के प्रयोग से सरकार ने किसानों को सुरक्षित, तेज, और सुगम तरीके से उनकी फसलों की मूल्य मिलने का आश्वासन दिया है। इससे वे अधिक से अधिक उत्पादन कर सकेंगे और देश की खाद्य सुरक्षा में योगदान देंगे।