नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बिहार के 13 फलों व सब्जियों को ऑपरेशन ग्रीन में शामिल किया है। इनमें लीची के अलावा केला, अमरूद, आम, अनानास, भिंडी, बैंगन, टमाटर, खीरा, लाल मिर्च, फूलगोभी, गाजर व बीन्स शामिल हैं। केंद्र सरकार की इस पहल से मुजफ्फरपुर की लीची को एक नई पहचान तो मिलेगी ही साथ ही साथ उसके लिए देश भर में बाज़ार भी उपलब्ध होंगे। इससे लीची किसानों को काफी फायदा पहुँचने की उम्मीद है। मसलन – उन्हें आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत अब कई प्रकार की रियायतें दी जाएंगी।
ऑपरेशन ग्रीन में शामिल फलों व सब्जियों के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत विस्तृत कार्य किया जाएगा। गौरतलब है कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत ऑपरेशन ग्रीन में शामिल फलों एवं सब्जियों की खेती के लिए किसानों को वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसके अंतर्गत उत्पादन कलस्टर आदि का निर्माण किया जाएगा। पिछले तीन साल की कीमतों के अनुसार ऑपरेशन ग्रीन में शामिल फलों व सब्जियों की एक औसत कीमत तय की जाएगी या फिर अंतिम साल की कीमत से 15 प्रतिशत कम कीमत निर्धारित की जाएगी।
बताते चलें कि केंद्र सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की ओर से आलू, प्याज व टमाटर की पैदावार बढ़ाने के लिए ऑपरेशन ग्रीन को लांच किया गया था। अब ऑपरेशन ग्रीन के दायरे को और बढ़ाया गया है। आलू, प्याज व टमाटर की तरह ऑपरेशन ग्रीन में शामिल अन्य फलों व सब्जियों की पैदावार, मार्केटिंग, स्टॉक व कीमत को काबू करने में सरकार के स्तर पर मदद की जाएगी। इससे उपभोक्ता को औसत कीमत पर फल व सब्जियाँ मिलेंगी। यही नहीं, इसके जरिये किसानों की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी और फसलों की बर्बादी को नियंत्रित किया जा सकेगा। केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।