मंडी भाव

देशभर में गेहूं का बंपर उत्पादन, कई राज्यों में MSP पर सरकारी खरीद जारी

देश में इस साल गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। अधिकांश राज्यों में मार्च से मई के बीच गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर पूरी हो चुकी है। हालांकि, कुछ राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान में अभी भी सरकारी खरीद जारी है। खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार में खरीद की तारीख काफी नजदीक है, जबकि मध्य प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में यह प्रक्रिया पिछले महीने ही पूरी हो चुकी है।

मंडी में गेहूं की आवक अभी भी जारी है और किसानों को निजी व्यापारियों से अच्छे दाम मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश में किसानों को 2400 से 2600 रुपये प्रति क्विंटल के बीच दाम मिल रहे हैं। वहीं, मध्य प्रदेश में भी गेहूं की कीमतें मजबूत बनी हुई हैं। यहां एक मंडी में तो गेहूं की अधिकतम कीमत 4,000 रुपये प्रति क्विंटल से भी ऊपर दर्ज की गई है।

उत्तर प्रदेश की विभिन्न मंडियों में 12 जून 2025 को गेहूं के ताजा भाव देखें तो अछल्दा मंडी में दड़ा किस्म के लिए न्यूनतम 2400 रुपये से लेकर अधिकतम 2540 रुपये प्रति क्विंटल कीमत दर्ज की गई है। बबेरू में दड़ा किस्म के लिए 2450 से 2500 रुपये के बीच कीमत है, जबकि बहजोई मंडी में यह 2500 से 2510 रुपये के दायरे में है। कोसीकलां मंडी में दड़ा गेहूं की कीमत न्यूनतम 2500 रुपये और अधिकतम 2590 रुपये रही। लखीमपुर मंडी में कीमतें अपेक्षाकृत कम रहीं, जहां न्यूनतम 2160 और अधिकतम 2320 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई। महरौनी मंडी में 147 एवरेज किस्म का गेहूं 2450 से 2600 रुपये प्रति क्विंटल में बिक रहा है। उत्तर प्रदेश की अधिकांश मंडियों में गेहूं की कीमत MSP (2425 रुपये प्रति क्विंटल) से ऊपर रही, हालांकि कुछ जगह न्यूनतम और मॉडल कीमतें MSP से नीचे भी देखी गईं। कुल मिलाकर, किसानों को अधिकांश मंडियों में उचित दाम मिला है।

मध्य प्रदेश की मंडियों में भी गेहूं की कीमतें संतोषजनक हैं। आगर मंडी में गेहूं की कीमत न्यूनतम 2351 रुपये से लेकर अधिकतम 2674 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई। बदरवास (शिवपुरी) और बड़वाहा मंडी में गेहूं की कीमतें लगभग स्थिर रहीं, जहां अधिकतम कीमतें क्रमशः 2475 और 2536 रुपये प्रति क्विंटल थीं। ब्यावरा मंडी में खासतौर पर गेहूं की अधिकतम कीमत 4115 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई, जो इस क्षेत्र में एक उच्च रिकॉर्ड है। धार, इंदौर, राहतगढ़, हरसूद, बीना और सीहोर मंडियों में भी गेहूं के भाव MSP के करीब या उससे ऊपर दर्ज हुए।

इस प्रकार, इस वर्ष देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में किसानों को उनकी उपज के लिए आमतौर पर अच्छा दाम मिल रहा है, जिससे खरीफ सीजन की तैयारियों के बीच किसानों में उत्साह बना हुआ है। सरकारी खरीद के साथ-साथ निजी व्यापारी भी फसलों की खरीद में सक्रिय हैं, जिससे किसानों को बाजार में उचित मूल्य सुनिश्चित हो पा रहा है।

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