कृषि पिटारा

पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में बारिश की संभावना, किसानों को मिलेगी राहत

नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा के कम दबाव के कारण विक्षोभ की स्थिति बन रही है, जिसका प्रभाव अब दिखने लगा है। मौसम विभाग ने बताया है कि इस विक्षोभ की वजह से पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में अच्छी बारिश की उम्मीद है। इन इलाकों में अभी तक बारिश नहीं हुई है और कई राज्य सूखे से जूझ रहे हैं। साथ ही, मौसम विभाग ने देश के अन्य हिस्सों में ‘ब्रेक मॉनसून’ के आगमन का भी अनुमान जाहिर किया है। ब्रेक मॉनसून का मतलब है कुछ दिनों के लिए बारिश का रुकना। पूर्व और उत्तर-पूर्व के सूखाग्रस्त इलाकों में इस हफ्ते बारिश के आसार हैं, जिससे बिहार और झारखंड जैसे क्षेत्रों के किसान धान की रोपनी तेज कर सकते हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूर्वानुमान के मुताबिक अगले पांच दिनों में बिहार में बारिश, आंधी-तूफान और बिजली के चमकने की संभावना है। इसी तरह, ओडिशा में तीन दिनों तक, बंगाल के मैदानी इलाकों और झारखंड में दो दिनों तक बारिश की उम्मीद है। सिक्किम में अगले चार दिनों तक बारिश के अनुमान हैं। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि ओड़ीसा में अगले दो दिन तक भारी बारिश की संभावना है। पश्चिम बंगाल में कम बारिश से जूझ रहे क्षेत्रों में बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव के कारण बुधवार तक भारी बारिश की संभावना है।

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार जुलाई में अधिक वर्षा के बाद भारत में मॉनसून सीजन की दूसरी छमाही (अगस्त और सितंबर) में सामान्य वर्षा की संभावना है। इसके साथ ही, पूर्वी मध्य भारत, पूर्व और पूर्वोत्तर क्षेत्र में कुछ हिस्सों और हिमालय के अधिकांश हिस्सों में अधिक से अधिक बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पश्चिम व मध्य भारत के पश्चिमी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश की संभावना है। वहीं, जुलाई में भारत में 13 फीसदी अधिक बारिश हुई थी, जबकि इस महीने पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में यह तीसरा सबसे कम बारिश का महीना होगा।

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