नई दिल्ली: रबी मार्केटिंग सीजन में सरसों की खरीद इस बार समय से पहले की जाएगी, इसके लिए मार्च में ही तैयारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा सहित अन्य राज्यों ने खरीद की तैयारी को बढ़ावा दिया है। केंद्र सरकार ने सरसों उगाने वाले किसानों को सही कीमत देने के लिए एमएसपी दर में 200 रुपये की बढ़ोत्तरी की है। इस बार सरसों खरीद के लिए एफसीआई के अलावा 2 और एजेंसियों को भी नामित किया गया है। साथ ही, खरीद की मात्रा में भी सरकार बदलाव ला रही है। इससे किसानों को अपनी उपज की बिक्री और सही दाम मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
केंद्र सरकार किसानों के सशक्तिकरण के लिए सरसों की खरीद मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) पर करेगी। केंद्रीय नोडल एजेंसिंयों को सरसों की खरीद के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसानों को सरसों की फसल बेचने में कोई परेशानी ना हो। बता दें कि मार्च से ही सरसों की सरकारी खरीद शुरू होगी, जो इस बार अप्रैल से शुरू होने वाली थी। रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 में सरसों की सरकारी खरीद कीमत पिछली बार की तुलना में 200 रुपये बढ़ाई गई है, जिससे एमएसपी दर 5,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है।
एमएसपी रेट पर खरीद की घोषणा होने से किसानों को फसल बिक्री में परेशानी नहीं होगी। सरकार और राज्य सरकार एमएसपी रेट पर खरीद के लिए खर्च में 25 फीसदी योगदान करेंगी। गौरतलब है कि इस बार सरसों की बुवाई का रकबा बढ़ा है, इसलिए रिकॉर्ड उत्पादन का अनुमान लगाया गया है। जाए हाँ, इस बार रबी सीजन में 130 लाख टन सरसों उत्पादन की उम्मीद है।