पाकुड़ : पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के नवाडीह गांव में जन चौपाल का आयोजन किया गया। जन चौपाल का उद्घाटन सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया। इस मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष बाबूधन मुर्मू ने कार्यक्रम में शामिल हुए। जन चौपाल में बिरसा विशिष्ट जनजातीय योजना की चर्चा हुई। भारी संख्या में पहुंची महिला कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी दी गयी।

बता दें कि जनजातीय विकास योजना झारखंड सरकार की अभिनव पहल विशिष्ट जनजातियों के लिए राज्य का विशिष्ट जनजातीय समूह की सतत रूप से समग्र विकास की आवश्यकता को देखते हुए झारखंड सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के माध्यम से एक महत्वाकांक्षी प्रयास जिसका नाम बिरसा विशिष्ट जनजातीय विकास योजना है।

झारखंड के 126 प्रखंडों में 3009 गांव में कुल लगभग 72000 विशिष्ट जनजातीय परिवार को इस योजना से जोड़कर चरणबद्ध तरीके से अंगीकृत किया जाना है इस योजना में लाभ परिवारों के साथ निरंतर 5 वर्षों तक विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएंगी जिससे उनके जीवन स्तर में प्रभावी एवं सार्थक सुधार व उन्नति लाया जा सकेगा। योजना के मुख्य उद्देश्य की बात करें तो लक्षित विशिष्ट जनजाति परिवार की वार्षिक आय को 50000 तक बढ़ाना है।

वहीं कुपोषण के मामले को 80 फीसदी तक कम करना मुख्य उदेश्य की सूची में शामिल है। शिक्षा और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के नामांकन को 95फीसदी तक बढ़ाना भी उद्देश्य में शामिल है। चौथा और अंतिम योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य स्तर पर सभी विशिष्ट जनजाति समुदायों का एक नेटवर्क स्थापित करना ताकि उनके मुद्दों को समय हल करने का प्रयास किया जा सके।

हम आपको बता दें कि योजना की अवधि 10 वर्ष की है वहीं योजना लागत 540 करोड़ में है। प्रति परिवार निवेश की निधि 50000 से 60000 के बीच है तो पारिवारिक एवं गांव का सर्वांगीण विकास होगा।