कृषि पिटारा

1 साल में दो बार होती है धनिया की खेती सर्दी और बरसात के मौसम में बिकती है बड़ी महंगी।

हरी धनिया की पत्ती प्रायः हर घर में उपयोग में लाई जाती है। हरी धनिया की पत्ती की खेती भी झांसी जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम बगरौनी मौजे में बड़े स्तर पर कई किसानों के द्वारा की जा रही है। यहां के किसान पिछले कई वर्षों से हरी धनिया की खेती कर तैयार रहे हैं। इस खेती से वह बड़ा मुनाफा भी प्राप्त कर रहे हैं। किसान श्यामलाल के मुताबिक इस क्षेत्र का अधिकांश किसान हरी धनिया की खेती करना पसंद करता है क्योंकि यह खेती साल में दो बार हो जाती है और एक बार काट लेने पर तीन से चार दिन में फिर से यह पत्ती काटने के लायक हो जाती है। जिसे की बाजार में थोक और फुटकर दोनों भाव से आसानी से बेच सकते हैं। तो वहीं सर्दियों में और बरसात के समय में यह पत्ती बहुत महंगी हो जाती है। धनिया की खेती करने का क्या है तरीका और कैसे किसान कर सकते हैं धनिया की खेती।

रिपोर्ट: अनुज श्रोत्रिय (झांसी)

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