नई दिल्ली: गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी एक ऐसा टैक्स है जिससे हम सभी का लेना-देना है, चाहे हम कोई सामान खरीद रहे हों या फिर बेच रहें हों। जीएसटी को लेकर लोगों के मन में कई प्रकार के सवाल होते हैं। कई बार कुछ लोगों को इसके कुछ प्रावधानों को समझने में कठिनाईयाँ भी होती है। इस समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने लोगों को एक सुविधा प्रदान की है। लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए एक नया टोल-फ्री नंबर 1800 103 4786 शुरू किया गया है। इससे जीएसटी हेल्पडेस्क से संपर्क करना अब काफी आसान हो गया है।
एक ओर जहाँ कोरोना संकट की वजह से कई विभागों के कामकाज प्रभावित हुए हैं, वहीं दूसरी ओर इस समय जीएसटी हेल्पडेस्क का संचालन पूरी सहजता के साथ किया जा रहा है। अपने टोल-फ्री नंबर के माध्यम से सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक इसकी सेवाएं जारी हैं। वस्तु एवं सेवाकर नेटवर्क (जीएसटीएन) ने हेल्पडेस्क सर्विस पार्टनर टेकएम के सहयोग से सुरक्षित और हेल्पडेस्क कर्मचारियों के लिए जीएसटी से संबंधित प्रश्नों को हल करने के लिए बेहतर तकनीक का प्रयोग किया है। इसके परिणामस्वरूप कुल क्षमता में से 65 प्रतिशत से अधिक जीएसटी हेल्पडेस्क कर्मी अपने घरों से सहजतापूर्वक काम कर पा रहे हैं। सही समय और सुनियोजित योजनाओं के कारण हेल्पडेस्क को ‘वर्क फ्रॉम होम’ के अनुकूल बनाया गया और सामान्य दिनों की भांति इसका निर्बाध संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
बताते चलें कि, यदि कोई व्यक्ति अपने किसी सवाल को लेकर हेल्पडेस्क को कॉल करता है तो उसके पास भाषा का चुनाव करने के कई विकल्प मौजूद हैं। अब यहाँ से 10 और नई भाषाओं में जानकारी ली जा सकती है। अब तक जीएसटी हेल्प डेस्क पर सिर्फ हिन्दी और अंग्रेजी में ही जानकारी मिलती थी। लेकिन अब यहाँ आप बंगाली, मराठी, तेलुगू, तमिल, गुजराती, कन्नड़, ओडिया, मलयालम, पंजाबी और असमी भाषा में भी जीएसटी हेल्पडेस्क एजेंट से बात कर सकेंगे। इस हेल्पडेस्क की सबसे अच्छी बात ये है कि टोल-फ्री नंबर 1800 103 4786 साल के सभी दिन काम करता है। इस पर सुबह नौ बजे से लेकर शाम के नौ बजे तक कॉल किया जा सकता है। जीएसटीएन के अनुसार अब जीएसटी हेल्पडेस्क के सिस्टम को और भी बेहतर और पारदर्शी बनाया गया है। यही नहीं, टैक्सपेयर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई नए फीचर्स भी लॉन्च किए गए हैं।