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कोरोना से निपटने के लिए भारतीय रेल ने सक्रियता बढ़ाई

नई दिल्ली: अब तक दुनियाभर में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या चार हजार के पार पहुंच गई है। चीन में इस वायरस से 17 और लोगों की जान चली गई। सौ से अधिक देशों में फैले इस वायरस के चपेट में आने से आधिकारिक रूप से ख़बर लिखे जाने तक 4,011 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि अभी इस वायरस से 110,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी देश जी जान से जुटे हुए हैं। भारतीय रेल की ओर से भी कोरोना वायरस (COVID -19) के संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए रेल तथा वाणिज्य उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने रेल बोर्ड को इस बीमारी की रोकथाम के लिए ज़रूरी निर्देश दिया है। रेल बोर्ड के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार यादव वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से तैयारियों की समीक्षा कर चुके हैं। रेलवे बोर्ड, जोन तथा मंडल स्तर पर स्थिति की निगरानी की जा रही है और समन्वय स्थापित किया जा रहा है। इस खतरनाक संक्रामक वायरस से बचाव के लिए पूरी रेल प्रणाली में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं और रेल कर्मचारियों को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसमें संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों के से भी सहयोग लिया जा रहा है।

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कोरोना वायरस के संक्रामण को रोकने के लिए भारतीय रेल ने स्टेशनों तथा रेलगाड़ियों में जन-साधारण की जागरूकता के लिए स्थानीय भाषाओं में सूचना, शिक्षा और संचार सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है। अस्पताल जाने वाले रोगियों व रेलवे आवासीय परिसरों में जागरूकता फैलाने वाली सामग्रियां बाँटी जा रही है। जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ऑडियो और वीडियो क्लिप चलाए जा रहे हैं और सार्वजनिक घोषणाएं की जा रही हैं।

रेलवे के अस्पतालों में 1100 अलग बिस्तर लगाए गए हैं ताकि कोरोना वायरस के संदिग्ध लोगों का इलाज किया जा सके। पूरे देश में रेलवे ने विभिन्न स्थानों पर क्वाटैन्टाइन करने के लिए 12483 बिस्तर चिन्हित किए हैं। चिकित्साकर्मियों को किसी भी रेलवे अस्पताल जोन/पीयू की स्वास्थ्य इकाई में कोरोना वायरस बीमारी के संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना रेलवे बोर्ड तथा स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित करने की सलाह दी गई है। रेलवे अस्पतालों में बुखार ग्रस्त व्यक्तियों को अन्य रोगियों से अलग रखा जा रहा है। बुखार वाले मामलों के लिए अलग से वार्ड स्थापित किए गए हैं। ऐसे क्षेत्रों में चिकित्साकर्मियों को सुरक्षात्मक उपायों के साथ तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी रेलवे अस्पतालों में नियंत्रण कक्ष और टेलीफोन हेल्पलाइन स्थापित की गई हैं।

भारतीय रेल के अलावा केन्द्रीय सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा भी कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए ज़रूरी उपाय अपनाए जा रहे हैं। मंत्रालय ने सलाह दी है कि सार्वजनिक वाहनों में सीट हैंडल तथा अवरोधकों की साफ-सफाई की जाए। सभी बस टर्मिनलों पर स्वच्छता बढ़ाने और सार्वजनिक वाहनों तथा बस अड्डों पर सार्वजनिक स्वास्थ्य के संदेश दिखाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मंत्रालय ने इस संबंध में तेजी से पूरी सक्रियता के साथ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

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