नई दिल्ली: पिछले साल दिसंबर में चीन से कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू हुआ। इस वायरस ने अब तक 90 से ज़्यादा देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। इससे अब तक एक लाख से ज़्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से अकेले चीन में 80,711 मामले सामने आए हैं। चीन में कोरोना वायरस से शनिवार को 28 और लोगों की मौत हो गई जिससे इस विषाणु से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,411 पहुंच गई है। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
भारत में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अब तक देशभर में कोरोना वायरस के मरीज़ों की कुल संख्या बढ़कर 31 हो गई है। जबकि लोग इस बीमारी के संदेह के घेरे में हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इसके अलावा 29000 लोगों पर निगरानी रखी जा रही है।
कोरोना वायरस का प्रभाव अर्थव्यवस्था पर पड़ता हुआ दिखने लगा है। खास कर मैनुफैक्चरिंग उद्योग सहित विभिन्न प्रकार के व्यवसाय तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। वैसे तो सभी क्षेत्रों इस नुकसान का असर हो रहा है लेकिन सबसे अधिक नुकसान पोल्ट्री उद्योग को हुआ है। यह उद्योग तो मंदी की कगार पर पहुँच चुका है। इसके पीछे सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही अफवाहें एक बहुत बड़ी भूमिका निभा रही हैं। आधी-अधूरी सच्चाई बयान करने वाली तस्वीरें और खबरें अफवाहों के बाज़ार को गर्म कर रही हैं। अलग-अलग तस्वीरें अलग-अलग प्रकार के दावे कर रही हैं। वैसे तो सरकार लोगों को इस बारे में सचेत कर रही है लेकिन लोग फिर भी भ्रम के शिकार हो रहे हैं। सरकार इससे निपटने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होने लोगों से अफवाहों पर विश्वास ना करने की अपील भी की है।
पोल्ट्री फार्म से जुड़ी कुछ वायरल तस्वीरों के जरिये यह दावा किया जा रहा है कि ब्रायलर मुर्गी में कोरोना वायरस के अंश पाए गए हैं इसलिए इसे खाने से बचें। खास बात ये है कि इस तरह के संदेशों को बाकायदा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नाम से चलाया जा रहा है। इतना ही नहीं अभी हाल ही में लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने तो बाकायदा मांस की दुकानों को बंद करने तक के निर्देश दे दिये। इसके बाद केंद्रीय डेयरी व मत्स्य पालन मंत्री भड़क उठे और उन्होने अधकारियों को ऐसा कोई भी फैसला लेने से पहले भारत सरकार और कृषि अनुसंधान परिषद से सलाह लेने की नसीहत दी। गिरिराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि पशुपालन और डेयरी डिपार्टमेंट ने इस मामले में पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अंडा, मीट या मछली से कोरोना वायरस नहीं फैलता। उन्होंने लिखा कि कोरोना का संबंध कहीं भी मछली, अंडे और चिकन से साबित नहीं हो पाया है। अफवाहों से बचें।
यह सच है कि ब्रायलर मुर्गी स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें कोरोना वायरस का कोई अंश नहीं है। इस बात की पुष्टि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइज़ेशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा की जा चुकी है। मगर जैसा कि कहा भी गया है कि अफवाह के पैर नहीं होते फिर भी यह बहुत तेजी से फैलती है। बहरहाल, इन अफवाहों ने पोल्ट्री उद्योग को जितना नुकसान पहुंचाना था, पहुँचा दिया है और इस व्यवसाय से जुड़े अधिकतर लोग घाटे की चपेट में हैं।