नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने अभी हाल ही में एक ऐसा ऐप लांच किया है, जो समुद्री उत्पादों के व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होने वाला है। इसका ऐप का नाम है ई-सांता। यह एक ऐसा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जिसके उपयोग से समुद्री उत्पादों के व्यवसाय से जुड़े लोग सशक्त होंगे। क्योंकि उन्हें अब अपने उत्पादों को बेचने के लिए इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं होगी। इस पोर्टल के जरिये वो अपनी उपज को आसानी से बेच पाएंगे। इसके माध्यम से हाजिर के साथ वायदा बिक्री भी की जा सकती है।
ई-सांता पोर्टल मछली और जल कृषकों को स्वतंत्रता, विकल्प और अवसर उपलब्ध कराएगा। इससे विक्रेताओं व खरीदार दोनों के लिए निष्पक्ष मूल्य सुनिश्चित हो सकेगा। सरकार का मानना है कि आने वाले समय में ई-सांता सामूहिक रूप से उत्पादों को खरीदने वाले व्यवसायियों, मछुआरों व मत्स्य उत्पादक संगठनों को एक साथ लाने का एक माध्यम बन सकता है। इससे विक्रेता व खरीदार ये जान सकते हैं कि कहाँ कौन सा समुद्री उत्पाद उपलब्ध है। यह भविष्य में एक नीलामी मंच भी बन सकता है।
ऐसे में यह कह सकते हैं कि ई-सांता बाजार विभाजन को समाप्त करने वाला एक डिजिटल ब्रिज है, जो बिचौलियों को खत्म करके विक्रेताओं और खरीदारों के बीच खरीद-बिक्री के एक वैकल्पिक माध्यम के रूप में काम करेगा।