कृषि पिटारा

इस ऐप की मदद से आत्मनिर्भर हो रहे हैं किसान

नई दिल्ली: भारत सरकार ने किसानों को खेती संबंधी जानकारी और मौसम की पहले से सूचना उपलब्ध कराने के लिए ‘आत्मनिर्भर कृषि ऐप’ की शुरुआत की है। यह ऐप एंड्रॉइड और विंडोज प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है। किसानों, स्टार्ट-अप, कृषि विज्ञान केंद्रों, स्वयं सहायता समूहों और गैर सरकारी संगठनों के लिए 12 भाषाओं में यह ऐप मुफ्त में उपलब्ध है। इस ऐप के माध्यम से किसानों को आईएमडी, इसरो, आईसीएआर और सीजीडब्ल्यूए जैसे शोध संगठनों द्वारा दी जाने वाली साक्ष्य-आधारित जानकारियां उपलब्ध कराई जाएंगी।

देश के दूरदराज के इलाकों में कनेक्टिविटी की स्थिति को देखते हुए इस ऐप को कमजोर बैंडविड्थ पर भी काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। किसानों के फसल पैटर्न, छोटे किसानों की जोत के मशीनीकरण या पराली जलाने संबंधी फैसले, पानी एवं पर्यावरण के स्थायित्व के महत्व व संसाधनों के विवेकपूर्ण इस्तेमाल के संबद्ध में भी यह ऐप बहुत मददगार साबित होगा – ऐसा अनुमान व्यक्त किया जा रहा है।

आत्मनिर्भर कृषि ऐप को किसानों के लिए कृषि संबंधित बारीक से बारीक जानकारी उपलब्ध कराने और मौसम संबंधी जानकारी व अलर्ट सुविधा देने के लिए बनाया गया है। इसके जरिए किसानों के लिए मिट्टी के प्रकार, मिट्टी की सेहत, नमी, मौसम और पानी उपलब्धता से संबंधित आंकड़ों को एकत्र किया गया है।  

आत्मनिर्भर कृषि ऐप उपयोगकर्ता से किसी प्रकार की जानकारी एकत्रित नहीं करता है। यह जरूरी आंकड़े प्रदान करने के लिए खेत की भौगोलिक स्थिति पर निर्भर है। किसी स्थान से संबंधित आंकड़े जानने के लिए किसान को उस क्षेत्र का पिनकोड दर्ज करना होगा। इसके बाद उस क्षेत्र से संबन्धित तमाम जानकारियाँ बहुत आसानी से उपलब्ध हो जाएंगी।

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