नई दिल्ली: दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लोग गेहूं को आहार के एक प्रमुख अनाज के रूप में उपयोग करते हैं। यानी, इसे एक महत्वपूर्ण अनाज फसल माना जाता है। इसे अनेक किस्म की मिट्टियों में आसानी से उगाया जा सकता है। यह विभिन्न उच्च और न्यूनतम तापमानों में उग सकता है। अगर आप भी गेहूं की खेती करते हैं तो आपको इसकी कुछ लोकप्रिय और उन्नत क़िस्मों के बारे में जान लेना चाहिए। ये हैं –
सुकुमा 64 (Sukuma 64):
– इसे अच्छी और उच्च उत्पादकता के लिए जाना जाता है।
– यह किस्म उपयुक्त उपज के लिए प्रसिद्ध हैं। इस किस्म की उदपादन क्षमता काफी अधिक होती है।
– सुकुमा 64 किस्म जल संकट वाले क्षेत्रों में भी आसानी से पैदा हो जाती है।
शर्दी 121 (HD 121):
– यह गेहूं की किस्म उच्च यौगिकी के लिए प्रसिद्ध है।
– शर्दी 121 जल संकट क्षेत्रों में अच्छा उत्पादन देने में सहायक हो सकता है।
कल्याण सोना (Kalyansona):
– इस किस्म की बढ़वार काफी अच्छी होती है। यह किस्म भी उच्च उत्पादकता के लिए जानी जाती है।
– यह किस्म बुआई के तुरंत बाद बहुत अच्छी तरह से बढ़ जाती है। यह अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता की उपस्थिति के लिए भी मशहूर है।
डीबीडबल्यू 303 (DBW 303):
– इस किस्म में कई बीमारियों के प्रति प्रतिरक्षा क्षमता मौजूद होती है।
– गेहूं की किस्म डीबीडब्ल्यू 303 को 2021 मे अधिसूचित किया है। भारत के उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र के सिंचित क्षेत्र में अगेती बुआई वाली खेती के लिए इसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजन को छोड़कर) और पश्चिमी उत्तरप्रदेश (झांसी डिवीजन को छोड़कर), जम्मू-कश्मीर (जम्मू और कठुआ जिले), हिमाचल प्रदेश (ऊना जिला और पांवटा घाटी) और उत्तराखंड (तराई क्षेत्र) के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है ।
गेहूं की ये कुछ उन्नत किस्में हैं, जो किसानों को बेहतर उत्पादकता और मुनाफा प्रदान करने में मदद कर सकती हैं। अच्छे मुनाफे के लिए उच्च उत्पादकता और रोग प्रतिरक्षा की आवश्यकता होती है, इसलिए उन्नत किस्मों का चयन विशेष महत्वपूर्ण होता है।