नई दिल्ली: आज के समय में किसानों के बदलते दृष्टिकोण की वजह से उनके सामने कई सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। आधुनिक तकनीकी यंत्रों का प्रयोग कर किसानों के लिए कृषि कार्यों को आसान बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इन उपकरणों के आगमन से किसानों के लिए फसल की बुवाई से लेकर कटाई तक का काम काफी हद तक सुविधाजनक हो गया है। इसके साथ ही, इन मशीनों के आगमन से किसानों की मेहनत और लागत में भी कमी आई है।
काफी किसान अभी भी आर्थिक रूप से कमजोर हैं और उनके पास आधुनिक मशीनों को खरीदने के लिए पैसे नहीं होते हैं। उनके लिए सरकार द्वारा एक नई योजना शुरू की गई है – कस्टम हायरिंग सेंटर। इस योजना के तहत किसानों को खेती के लिए महंगी मशीनों को खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी। वे कृषि यंत्रों को किराए पर भी ले सकेंगे।
कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से किसान अब कृषि मशीनों को आसानी से किराए पर ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें ‘CHC Farm Machinery’ मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके जरिए, देश के किसान अपने कृषि कार्यों को सुविधाजनक तरीके से संचालित कर सकेंगे। इस सुविधा से किसानों को काफी कम लागत में मशीनों का उपयोग करने का अवसर मिलेगा। कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से किसान अब खेती में प्रौद्योगिकी और आधुनिक तरीकों का उपयोग कर सकेंगे। इससे किसानों के लिए कृषि कार्यों के माध्यम से आर्थिक मजबूती का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा। यह स्थिति किसानों के समय की बचत करने में भी मददगार होगी।
कस्टम हायरिंग सेंटर मोबाइल ऐप में देश की 12 भाषाओं को शामिल किया गया है और तकरीबन 40,000 कस्टम हायरिंग सेवा केन्द्रों को पंजीकृत किया गया है, जिनके माध्यम से लगभग 1,20,000 से अधिक कृषि यंत्रों को किराए पर दिया जाता है। इस सुविधा के माध्यम से कोई भी किसान सस्ती दरों पर कृषि योग्य उपकरणों का चयन कर उन्हें किराए पर ले सकता है, जिससे उनकी खेती में नए और प्रौद्योगिक उपायों का उपयोग हो सकेगा। इस योजना का लाभ देश के छोटे और सीमांत किसानों को ज्यादा पहुँचेगा।