कृषि पिटारा

भारत में कोहरे की चपेट में किसान, IMD ने दी सलाह

नई दिल्ली: देश के अधिकांश इलाकों में कोहरे के बढ़ते प्रकोप ने किसानों को चिंता में दाल दिया है। खासकर उत्तर भारत के राज्यों में हालात ज्यादा खराब हैं। इस कोहरे के कारण न केवल मानव जीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि फसलों और मवेशियों के लिए भी चुनौती पैदा हो रही है। ऐसे में, इस समय  किसानों को अपनी फसलों और मवेशियों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस स्थिति को देखते हुए लोगों को आगाह किया है और खतरे को देखते हुए एहतियाती उपायों का पालन चाहिए। विभाग ने खासकर किसानों से उनकी फसलों की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान देने की हिदायत दी है, क्योंकि अधिक कोहरा उनकी फसलों को चौपट कर सकता है। IMD के अनुसार पंजाब, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश, बिहार, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, असम व मेघालय के कुछ हिस्सों में घना व घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है।

विभाग की सलाह के मुताबिक कई फसलों पर विभिन्न फसलों पर आने वाले कुछ दिनों में रोगों का भी प्रकोप देखने को मिल सकता है। IMD के अनुसार अगेती या पछेती झुलसा रोग को देखते हुए आलू, टमाटर और प्याज की फसलों पर किसानों अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। अगर किसानों को फसलों पर कीट रोगों के लक्षण दिखाई दें तो तो किसानों को बचाव के उपाय तुरंत अपनाने चाहिए। ये रोग राज्यवार अलग-अलग हो सकते हैं। मसलन – राजस्थान में किसान आलू में अगेती झुलसा रोग के नियंत्रण के लिए प्रोपीकोनाज़ोल 0.5 मिली/लीटर पानी या 300 मिली/हेक्टेयर 600 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। पंजाब में नए रोपे गए आलू में लेट ब्लाइट से बचाव के लिए 7 दिनों के अंतराल पर 250-350 लीटर पानी में 500-700 ग्राम इंडोफिल एम-45 का छिड़काव करें। गंभीर प्रकोप की स्थिति में मेटालैक्सिल 4% और मैंकोजेब 64% का छिड़काव करें। उत्तराखंड में आलू में पछेती झुलसा रोग के नियंत्रण के लिए किसान मैंकोजेब 2.5 ग्राम/लीटर पानी की दर से छिड़काव करें। उत्तर प्रदेश में हवा में नमी अधिक होने के कारण आलू और टमाटर में झुलसा रोग का संक्रमण हो सकता है। लक्षण दिखाई देने पर किसान कार्बेन्डाजिम 1.0 ग्राम या डाइथेन-एम-45 2.0 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव कर सकते हैं। ओडिशा में टमाटर और आलू में पछेती झुलसा रोग के संक्रमण के लिए मौजूदा मौसम की स्थितियां अनुकूल हैं। रोकथाम के लिए मेटालैक्सिल + मैंकोजेब 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से डालें।

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