नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के सेब उत्पादकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है, दरअसल केंद्र सरकार ने हिमाचल सरकार की मांग पर एक कमेटी का गठन कर दिया है। इस कमेटी का उद्देश्य होगा – सेब की खरीदी की संभावना की समीक्षा करना। इसके बाद, कमेटी केंद्र सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी और इस आधार पर केंद्र सरकार किसानों से सेब की खरीदारी करने का फैसला ले सकती है। इसके परिणामस्वरूप, किसानों को सेब के उचित मूल्य मिल सकेगा।
इस साल हिमाचल प्रदेश में सेब की फसल को अधिक नुकसान हुआ है। बहुत अधिक बर्फबारी और बरसात के कारण सेब के कई बागों में भूस्खलन हो गया, जिससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा, बेमौसम बरसात के कारण भरी मात्रा में सेब के फल पेड़ों से गिर गए हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित हुआ है। इसके परिणामस्वरूप सेब को मंडियों तक पहुंचाने में समस्या आ रही हैं।
स्थानीय किसानों का कहना है कि पहले मौसम ने उनकी फसल को प्रभावित किया और अब बाजार में सेब का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है, जिसके कारण उन्हें नुकसान झेलना पड़ रहा है। उनकी मांग पर हिमाचल सरकार ने केंद्र से सेब की खरीदी करने की मांग की है। इसके बाद केंद्र सरकार ने एक कमेटी का गठन कर दिया है। आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश सेब उत्पादन के मामले में कश्मीर के बाद दूसरे स्थान पर है। यहाँ के सेब न केवल देश के अंदर, बल्कि पड़ोसी देश नेपाल में भी भेजे जाते हैं। देश के समूचे सेब उत्पादन में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी अकेले हिमाचल प्रदेश का है।