पटना केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार ने आज इनवर्टर 2019 वरना चैप्टर की बैठक में कहा कि होम्योपैथी चिकित्सक अपने को कमतर समझने की हीन भावना छोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करें। केंद्र सरकार होम्योपैथी और होम्योपैथिक चिकित्सकों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए केंद्र सरकार का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आयुष मंत्रालय साथ मिलकर विकास के लिए लगातार कार्यरत है।
इंपेटस 2019 के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने दीप प्रज्वलन कर और जनक हनीमैन के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम शुरुआत की। इसके बाद अपने संबोधन में श्री चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि आयुष के अंतर्गत होम्योपैथिक चिकित्सक सिर्फ इलाज के बजाय बीमारियों पर शोध करने में भी अपना योगदान दें। भारत जैसी विशाल जनसंख्या वाले देश में एक बहुत बड़ा वर्ग होम्योपैथी चिकित्सा पर भी विश्वास करता है।
इसलिए अब जरूरत है कि होम्योपैथी के माध्यम से भी बीमारियों पर शोध किया जाए। हम इसके लिए लगातार आयुष मंत्रालय व इसके मंत्री के संपर्क में हैं और इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। चूंकि होम्योपैथि की दवाइयां पौधों से निकाली जाती है इसलिए होम्योपैथी के विकास के साथ ही विभिन्न चिकित्सीय पौधों के पौधारोपण और वृक्षारोपण को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे समग्र रूप से लोगों के साथ स्वच्छ पर्यावरण का भी विकास होगा।
आयुष्मान भारत योजना के तहत वर्ष 2022 तक डेढ़ लाख इलनेस सेंटर को वैलनेस सेंटर में बदलने की योजना है। इस योजना में आयुष के चिकित्सक भी शामिल होंगे जिससे स्वभाविक तौर पर होम्योपैथिक को बढ़ावा मिलेगा। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार हेल्थ टूरिज्म को बढ़ावा देने के नए योजना पर व्यापक स्तर पर काम करने जा रही है। भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों में स्थानीय मौसम और विशेषज्ञता के प्राथमिकता के आधार पर इसका विकास करेगी। जिसमें आयुष चिकित्सकों यह महत्वपूर्ण भूमिका होगी। जिससे होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को भी बढ़ावा मिलेगा।
डॉ विलियम स्वाबे, इंडिया द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आई के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष कुमार, डॉक्टर बुनेट होम्यो के एमडी डॉक्टर नितीश दुबे, प्रख्यात होम्यो चिकित्सक डॉक्टर आरपी सिंह, डॉक्टर रतन, डॉक्टर राजेश श्रीवास्तव और समाजसेवी सह भाजपा नेता अभिजीत कश्यप सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।