बुंदेलखंड क्षेत्र के अधिकांश हिस्से में किसानों के द्वारा खरीफ की और रबी की फसलों में मुख्य रूप से मूंगफली मूंग और गेहूं की फसल की जाती है। तो वही धान की खेती करना भी अब कुछ किसानों को रास आने लगा है।
धान की खेती कर रहे किसानों ने बताया कि जब वह धान की खेती नहीं करते थे तब खेती से न होने कोई फायदा हो रहा था ना ही कोई बड़ा मुनाफा मिल रहा था लेकिन जब से धान की खेती करने लगी है तो वही खेती एक बड़ा लाभ देने लगी है।
किसान भागवत नारायण भदोरिया निवासी कोटरा ने बताया कि अगर किसान के पास पानी है तो किसान के लिए खरीफ की फसलों में सबसे अच्छा विकल्प धान की खेती है क्योंकि इस खेती में ना तो किसी तरह के खरपतवार के खर्चा लगता है और ना ही कोई अन्य दवा का खर्च में होता है।
बेहद कम खर्च पर यह खेती आसानी से की जाती है। तो वही बड़ी मात्रा में किसानों को इसकी पैदावार भी मिलती है। किसान ने बताया कि धान की खेती में शुरुआती तौर पर अगर किसान अपने खेत की मिट्टी को अच्छी तरह से पानी से मिला लेता है कहने का मतलब मिट्टी को अच्छी तरह से कीचड़ के रूप में तब्दील कर लेता है तो निश्चित ही धान की फसल किसान के लिए लाभदायक होगी तो कैसे की जाती है धान की खेती सुनिए किसान से….
रिपोर्ट: अनुज श्रोत्रिय, झांसी (यूपी)