नई दिल्ली अरहर या तूर दाल की कीमत में हाल में दिख रही उच्चतम बढ़ोतरी के बावजूद, सरकार ने बाजार में सस्ते दाल की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं। निजी कंपनियों की महंगी दाल के सामने सरकारी संस्थाओं ने तूर दाल को करीब 50 रुपये सस्ती कीमत पर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, ग्राहकों को 5 किलो दाल खरीदने पर गिफ्ट भी दिया जा रहा है।
यह सुविधा सीधे किसान संगठनों से जुड़े व्यापारियों के माध्यम से उपलब्ध की जा रही है। कृषि व्यवसाय संघ (SFAC) की महत्वपूर्ण भूमिका के बावजूद, अधिकांश लोग निजी बाजार से खरीदारी करते हैं, लेकिन यह सरकारी पहल लोगों के लिए नये द्वार खोल सकती है जिससे किसानों को सीधे लाभ मिल सकेगा।
विभिन्न सरकारी एजेंसियों के माध्यम से, दाल के साथ आटा, चावल और अन्य आवश्यक खाद्य पदार्थ भी सस्ते रेट पर उपलब्ध हैं। इसके अलावा, सरकारी उपायों के माध्यम से कृषि उत्पादक संगठनों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है ताकि उन्हें अपने उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग करने में सहायता मिल सके।
सामाजिक न्याय और बाजार में स्थिरता को बनाए रखने के लिए, सरकार के द्वारा लिए गए इन कदमों का समर्थन व्यापारिक संस्थाओं से लेकर सामान्य जनता तक पहुँचने के सिद्धांत पर आधारित है। इससे न केवल महंगाई की समस्या का समाधान होगा, बल्कि किसानों को भी उत्पादन में निरंतरता बनाए रखने में सहायता मिलेगी।