राँची: इस बार अच्छी बारिश होने की वजह से झारखंड के सभी जिलों में लक्ष्य से अधिक धान अच्छी बुआई हुई है। इसलिए अधिकांश किसान इसबार बंपर पैदावार की उम्मीद जता रहे हैं। चूँकि, खरीफ सीजन पूरी तरह से मानसून पर निर्भर करता है, ऐसे में अगर बारिश अच़्छी हो तो अच्छी पैदावार मिलती है। पिछले साल लॉकडाउन के कारण काफी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने गांव लौट आए थे। उनमें से काफी ने कृषि कार्य शुरू कर दिया था। इस वजह से पिछले साल धान का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ था। इस साल भी ऐसे काफी किसानों ने धान की खेती की थी। इसबार धान के रकबे में बढ़ोतरी के पीछे इन किसानों का कृषि कार्य में पुनः शामिल होना भी एक वजह हो सकती है।
राज्य में लक्ष्य से अधिक धान के उत्पादन के बारे में झारखंड के संयुक्त कृषि निदेशक अजय कुमार सिंह ने कहा कि, “किसानों के लिए समय पर खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है। इसके साथ ही मौसम भी सही रहा। इसका किसानों ने फायदा उठाया और जमकर खेती की। इससे बंपर पैदावार की उम्मीद बढ़ गयी है। पिछले खरीफ सीजन में बीज डालने से लेकर फसल की कटाई तक में मौसम का साथ मिला था। इस बार भी वैसे ही साथ मिलेगा तो किसानों को अच्छी उपज मिलेगी।”
इस बार संताल परगना क्षेत्र में भी अच्छी बारिश हुई है। इससे खेतों में खूब हरियाली दिख रही है। राज्य सरकार द्वारा सही समय पर खाद और बीज उपलब्ध कराए जाने की वजह से संताल परगना में धान का बुआई क्षेत्र लक्ष्य को पार कर 100.5 प्रतिशत हो गया है। यानी इसबार लक्ष्य से 1679 हेक्टेयर अधिक धान की खेती हुई है। हालांकि यह पहली बार नहीं है कि संताल परगना क्षेत्र में बंपर पैदावार होगी। पिछले साल भी यहां धान की रिकॉर्ड खेती हुई थी।