नई दिल्ली: ब्लूकॉन फूल (Blue Cornflower) का वैज्ञानिक नाम Centaurea cyanus है। यह एक प्रसिद्ध फूल है जो अपने आकर्षक नीले रंग के फूलों के लिए प्रसिद्ध है। यह एक वार्षिक फूल है जिसे आमतौर पर बगीचों, बागों, और फूलों की खेती के लिए प्रसिद्ध क्षेत्रों में बोया जाता है। यह गंध और देखने में भी अत्यंत मनोहारी होता है।
अगर आप ब्लूकॉन फूल की खेती करना चाहते हैं तो आपको इससे जुड़ी कुछ बातों को जान लेना बहुत आवश्यक है। ब्लूकॉन फूल की खेती के लिए सामान्यत: अच्छे बीजों की आवश्यकता होती है, जो स्थानीय पौधपात पैदा करने वाली कंपनियों से खरीदे जा सकते हैं। ब्लूकॉन फूल की खेती के लिए बुआई के दौरान बीजों को पहले अच्छी तरह से उपचार करना महत्वपूर्ण है, ताकि अच्छी फसल की संभावना को सुनिश्चित किया जा सके। ब्लूकॉन फूल को ठंडी पसंद होती है, इसलिए उचित धूप-छाया के अनुसार खेत का चयन करें। बुआई से पहले खेत को अच्छी तरह से तैयार करना चाहिए। इसके बाद उचित मात्रा में बीजों का उपयोग कर बुआई करें।
बीजों की बुआई के बाद पौधों की देखभाल के दौरान निराई-गुड़ाई की आवश्यकता होती है, ताकि खरपतवार और कीट-बीमारियों से बचा जा सके। इसलिये इसपर भी ज़रूर ध्यान दें। साथ ही पौधों को उचित खाद और पोषण देना चाहिए, जिससे उनकी समृद्धि और फूलों का स्वस्थ विकास हो सके। जब पौधे एक निश्चित आकार ग्रहण कर लें तब उन्हें समय-समय पर पानी देना महत्वपूर्ण है। इसके लिए पानी की मात्रा का विशेष तौर पर ध्यान रखें। आवश्यकता से अधिक या कम सिंचाई पौधों के विकास को प्रभावित कर सकती है।
ब्लूकॉन फूल की कटाई फूलों के पूर्ण रूप से खिलने के बाद की जाती है। फिर उन्हें सुखाने के बाद उनका उपयोग किया जा सकता है। ब्लूकॉन फूल की खेती के बाद, बीजों की पुनः बुआई की जा सकती है, ताकि अगले सीजन में भी फूल पैदा हो सकें। उपरोक्त सुझावों को ध्यान में रखकर आप इस अद्वितीय और सुंदर फूल की सफल खेती कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आपके क्षेत्र में मौसम और भौगोलिक शर्तें इस फूल की खेती के लिए अनुकूल हैं, तो आप अपने स्थानीय कृषि अधिकारी या विशेषज्ञ से सलाह लें, ताकि ब्लूकॉन फूल की खेती में आपको सफलता प्राप्त हो सके।