कृषि पिटारा

टमाटर की खेती शुरू करने से पहले इन बातों को जान लें

टमाटर एक प्रमुख बागवानी फसल है, जिसकी खेती भारत के अनेक राज्यों में खेती की जाती है। टमाटर उत्पादन के मामले में आंध्र प्रदेश देश भर में पहले स्थान पर है। कुल उत्पादित टमाटर में अकेले आंध्र प्रदेश का 17.9 प्रतिशत हिस्सा है। इसके बाद कर्नाटक आता है, जो अकेले 15.39 प्रतिशत टमाटर का उत्पादन करता है।

यह फसल अपने स्वादिष्ट और व्यापक उपयोग के लिए विख्यात है और इसका मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है। टमाटर में विटामिन के, विटामिन ए, विटामिन सी, फास्फोरस, मैग्नीशियम, तांबा, पोटेशियम और नियासिन के अच्छे स्तर पाए जाते हैं। इसलिए टमाटर खाने से ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है और शरीर को कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे हमारी सेहत सुरक्षित रहती है।

टमाटर की खेती करने के लिए किसानों को पहले नर्सरी तैयार करनी होती है। टमाटर की रोपाई साल में तीन से चार बार की जाती है, इसलिए उचित नर्सरी की तैयारी आवश्यक होती है। जनवरी में टमाटर रोपने के लिए, नवंबर महीने में नर्सरी तैयार की जानी चाहिए। वहीं, सितंबर में रोपाई करने के लिए जुलाई महीने में नर्सरी तैयार करनी चाहिए। अगस्त में भी टमाटर की रोपाई की जा सकती है, इसके लिए जुलाई में नर्सरी तैयार करनी चाहिए।

टमाटर की कई बेहतरीन किस्में हैं, जिनसे आपको अच्छी पैदावार मिल सकती है। जैसे पूसा-120, पूसा हाईब्रिड-4, पूसा गौरव, अर्का सौरभ, अर्का रक्षक, अर्का सोनाली और पूसा हाइब्रिड-1 इत्यादि। इनमें से सबसे ज्यादा पैदावार अर्का रक्षक की होती है। यह किस्म बागवानी अनुसंधान संस्थान बेंगलुरु द्वारा विकसित की गई है। अर्का रक्षक की फसल 150 दिनों में तैयार हो जाती है। एक हेक्टेयर में इसकी खेती करने पर लगभग 190 टन तक उत्पादन हो सकता है।

टमाटर की खेती के लिए काली दोमट मिट्टी, लाल दोमट मिट्टी, और रेतीली मिट्टी उपयुक्त मानी जाती हैं। हालांकि, हल्की मिट्टी में भी टमाटर की उत्पादन किया जा सकता है। टमाटर की खेती के लिए मिट्टी का pH मान 7 से 8.5 के बीच होना चाहिए ताकि टमाटर की फसल अच्छा उत्पादन दे। टमाटर की फसल में रोगों का प्रकोप बहुत जल्दी होता है, इसलिए रोगों से बचाव के लिए कीटनाशकों का उपयोग किया जा सकता है। जहां तक सिंचाई का सवाल है तो गर्मी के मौसम में हफ्ते में एक बार सिंचाई करनी चाहिए ताकि अच्छा उत्पादन मिले।

टमाटर की खेती आपके लिए एक लाभदायक व्यवसायिक गतिविधि साबित हो सकती है। अगर आप व्यावसायिक स्तर पर टमाटर की खेती करना चाहते हैं तो आपको उचित मार्गदर्शन और सलाह की आवश्यकता होगी। निर्माताओं, सरकारी निकायों, और कृषि विशेषज्ञों से संपर्क कर आप और अधिक जानकारी प्राप्त कर अपनी खेती को अधिक उन्नत व मुनाफे वाली बना सकते हैं।

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