लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हितों का ध्यान रखा जा रहा है और उनके लिए विभिन्न योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत, एग्रीस्टैक योजना के तहत ई-खसरा पड़ताल योजना का शुभारम्भ एवं परिवर्धित मोबाइल ऐप की शुरुआत की जा रही है।
एग्रीस्टैक योजना का उद्देश्य:
एग्रीस्टैक योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण परियोजना है जिसका उद्देश्य भारत के कृषि पारिस्थितिकी तंत्र का डिजिटल प्रारूप तैयार करना है। इसके अंतर्गत, सभी फसलों का डिजिटल सर्वे कराया जा रहा है ताकि किसानों को सही जानकारी प्राप्त हो सके और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
मोबाइल ऐप का शुभारम्भ:
खरीफ सीजन 2023 के दौरान 10 राज्यों में सफलतापूर्वक पूरा किया जाने वाला यह प्रोजेक्ट, उत्तर प्रदेश में भी प्रारंभ हो रहा है। मोबाइल ऐप के माध्यम से ई-खसरा पड़ताल सुनिश्चित की जा रही है, जिससे फसलों की सही समय पर जानकारी मिलेगी और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।
सुनिश्चित जानकारी के फायदे:
1. फसलवारों की सटीकता: मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाने वाला डिजिटल सर्वे सुनिश्चित करेगा कि किसानों को फसलवार के बारे में सटीक जानकारी मिले।
2. सरकारी योजनाओं का लाभ: योजना के अंतर्गत, किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ बिना बार-बार सत्यापन के प्राप्त हो सकेगा।
3. विकसित मोबाइल ऐप: भारत सरकार द्वारा विकसित मोबाइल ऐप के माध्यम से किसानों को आसानी से सटीक जानकारी प्राप्त होगी।
ई–खसरा पड़ताल का पूरा हुआ सर्वेक्षण:
खरीफ 2023 में प्रदेश के 75 जनपदों में कुल 1,15,89,645 गाटों का सर्वेक्षण किया गया है, जिसमें उत्तर प्रदेश ने सबसे अच्छा कार्य करके दिखाया है। सर्वेयरों को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया है।
विभागीय सहायता एवं सुविधाएं:
राजस्व विभाग के सभी लेखपाल, कृषि विभाग के तकनीकी सहायक, बीटीएम, एटीएम तथा पचांयत सहायक इस सर्वेक्षण के लिए सर्वेयर के रूप में सहायता कर रहे हैं।
आगे की योजनाएं:
मुख्य सचिव ने बताया कि मोबाइल ऐप के माध्यम से क्रॉप कटाई एक्सपेरिमेंट (सीसीई) का प्रभावी क्रियान्वयन हो सकेगा और यह उद्योगों को सूक्ष्म स्तर पर, लक्षित क्षेत्र हेतु योजनाओं का नियोजन सभंव करने में मदद करेगा।
संपर्क और आवेदन प्रक्रिया:
इस योजना से जुड़ने और इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए किसान कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।