जयपुर: राजस्थान में एक बार फिर से लंपी वायरस के मामले मिलने शुरू हो गए हैं। इससे पशुपालक चिंतित हो उठे हैं। राज्य में कई मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण देखने को मिले हैं। यह खबर मिलने के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारी हरकत में आए और बीमार मवेशियों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे गए। पिछले साल लंपी वायरस से देश में लाखों मवेशियों की मौत हो गई थी। इससे पशुपालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान के अजमेर जिले की रुपनगढ़ तहसील में कई गायें अचानक बीमार पड़ गईं। चिकित्सकों ने जब इलाज किया, तो गायों के अंदर लंपी वायरस के लक्षण देखने को मिले। इसके बाद बीमार गायों से सैंपल लेकर भोपाल स्थित हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज डायग्नोस्टिक लेबोरेट्री में जांच के लिए भेजा गया।
अजमेर के अलावा जैसलमेर में भी कुछ गायों के अंदर लंपी वायरस के लक्षण देखने को मिले हैं। दरअसल, पिछले दो साल में राजस्थान के अंदर लंपी वायरस से 75 हजार से अधिक गायों की मौत हो गई है। ऐसे में इस बार पुशपालन विभाग के साथ-साथ राज्य सरकार भी सतर्क है। बताया जा रहा है कि अजमेर के रूपनगढ़ उपखंड से लंपी वायरस की सबसे ज्यादा शिकायतें आई हैं। यहां के कोटड़ी और करडाला गांव में 15 गायों में लंपी वायरस के लक्षण देखे गए हैं। ऐसे में चिकित्सा विभाग ने बीमार गायों के सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल भेज दिया है। अब रिपोर्ट आने के बाद गायों का इलाज शुरू होगा।
गौरतलब है कि राजस्थान में साल 2020 से 2021 तक लंपी वायरस से 1567217 गोवंश प्रभावित हुए थे, जिसमें से 76030 गायों की मौत हुई थी। इनमें से 55586 दुधारू गायें थीं। हालांकि, तब भी बारां जिला इस वायरस के चपेट में नहीं आया था। खास बात यह है कि तब जोधपुर में सबसे अधिक गायों की मौत हुई थी। जोधपुर जिले में 4159 मवेशियों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। इसी तरह जालौर में 3235, पाली में 2136 और बीकानेर में 2985 गायों की लंपी वायरस से मौत हुई थी।