आधी आबादी काही जाने वाली महिलाएँ आज अपनी सफलता से एक अलग पहचान बना रही हैं। सरकार की तरफ से उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए कई वित्तीय मामलों में विशेष लाभ देने के प्रावधान हैं। तो चलिये आज के जानकारी पिटारा में जानते हैं इन लाभों के बारे में।
पहला लाभ है – महिलाओं के लिए विशेष बचत खाते
बैंकों में महिलाओं के लिए खास बचत खातों की स्कीम मौजूद है। ये खाते आज की महिलाओं की वित्तीय, निवेश और लाइफस्टाइल की जरूरतों को पूरा करते हैं। इनमें तमाम तरह के रिवॉर्ड और कैशबैक ऑफर दिए जाते हैं। डेबिट या क्रेडिट कार्ड से ख़रीदारी करने वाली महिलाओं को इनकी पेशकश की जाती है।
दूसरा लाभ है – बीमा पर कम प्रीमियम
बीमा खरीदने में महिलाओं को प्रीमियम अदा करने में छूट दी जाती है। पुरुषों के मुक़ाबले महिलाओं को कम प्रीमियम देना पड़ता है।
तीसरा लाभ है – लोन पर कम ब्याज दर
कई बैंकों में महिलाओं के लिए होम लोन की ब्याज दरें कम हैं। यह अंतर करीब आधा प्रतिशत तक होता है। जबकि लंबी अवधि में यह बड़ा फर्क पैदा करता है। कार लोन के लिए भी यही बात लागू है।
चौथा लाभ है –
कुछ बैंकों ने थायरॉयड टेस्ट जैसी महिलाओं की चिकित्सा संबंधी जरूरतों पर छूट देना भी शुरू किया है। यही नहीं, बच्चों की शिक्षा के लिए बचत की खातिर कामकाजी महिलाएं ‘जूनियर या किड अकाउंट’ खुलवा सकती हैं। ऐसे खातों में मिनिमम बैलेंस की अनिवार्यता से छूट मिलती है।
पांचवा लाभ है – उद्यमिता को बढ़ावा
महिलाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई योजनाएँ शुरू की है। उदाहरण के तौर पर’स्टैंड अप इंडिया’के तहत महिला उद्यमी को मैन्यूफैक्चरिंग या ट्रेडिंग सेक्टर के क्षेत्र में 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक बैंक लोन दिया जाता है।