नई दिल्ली: प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कुछ कदमों का असर अब दिखने लगा है। उपभोक्ता मामले विभाग के अनुसार सरकार ने 2.08 लाख टन प्याज का 50 प्रतिशत से अधिक बफर स्टॉक बाजार में जारी कर दिया है। विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि, “कीमतों को कम करने के लिए उपभोक्ता मामलों के विभाग ने न्यूनतम भंडारण सुनिश्चित करने के दोहरे उद्देश्यों द्वारा निर्देशित फर्स्ट-इन-फर्स्ट-आउट (फीफो) सिद्धांत पर बफर से प्याज की कैलिब्रेटेड और लक्षित रिलीज शुरू की है। प्याज की कीमतें पिछले साल की तुलना में सस्ती हैं। बफर स्टॉक ऑपरेशंस के जरिए प्याज की कीमतों को स्थिर किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा कीमतों को कम करने के लिए अपनाए गए प्रयासों का अब परिणाम दिख रहा है।”
बाजार में प्याज का बफर स्टॉक जारी करने के अलावा उपभोक्ता मामलों के विभाग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भंडारण स्थानों से प्याज उठाने के लिए बफर से 21 रुपए प्रति किलोग्राम अधिक मूल्य की पेशकश की है। इन कदमों के परिणामस्वरूप 3 नवंबर को प्याज की खुदरा कीमत पूरे देश में 40.42 रुपए प्रति किलोग्राम है, जबकि प्याज का अखिल भारतीय थोक मूल्य 32.50 रुपए प्रति किलोग्राम है। 2 नवंबर 2021 तक दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ, पटना, रांची, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, मुंबई, चंडीगढ़, कोच्चि और रायपुर जैसे प्रमुख बाजारों में कुल 1.11 लाख टन प्याज जारी किया जा चुका है।
गौरतलब है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह से देश भर में प्याज की कीमतें बढ़ने लगी थीं। बारिश की वजह से आपूर्ति बाधित हो गई थी। वहीं, खाद्य तेल की कीमतों में वृद्धि से उपभोक्ता पहले ही परेशान थे। इसका सीधा असर घरेलू बजट पर पड़ने लगा था। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में सरकार के प्रयासों से प्याज की कीमतें और भी नियंत्रित होंगी।