शेखपुरा: डिजिटल युग के साथ सामंजस्य बिठाते हुए कृषि विभाग (बिहार) ने एक नई पहल की है। इसके तहत किस खेत में कौन सी फसल उगाई जा रही है, यह जानकारी अब डिजिटल सर्वे से प्राप्त की जाएगी। इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए कृषि विभाग व राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने गुरुवार को शेखपुरा जिले के आवेबादशाहपुर गांव में एक डिजिटल फसल सर्वेक्षण प्रोजेक्ट का आयोजन किया।
इस डिजिटल सर्वेक्षण के बारे में कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार ने एग्री स्टेक के तहत बिहार सरकार के साथ मिलकर डिजिटल फसल सर्वेक्षण का कार्य करने का समझौता किया है। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है कि वास्तविक समय में यह जाना जा सके कि किसी विशेष भूखंड पर कौन सी फसल लगाई गई है और इससे किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। डिजिटल क्रॉप सर्वे को लेकर कृषि विभाग और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के 15 पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है, जो दो दिवसीय प्रशिक्षण के लिए नई दिल्ली गए थे। प्रशिक्षण के बाद, इन पदाधिकारियों द्वारा शेखपुरा में क्रॉप सर्वे का कार्य शुरू किया गया है।
कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने डिजिटल फसल सर्वेक्षण के संबंध में कहा कि इस तरह का सर्वेक्षण किसानों के लिए गेम चेंजर होगा, जिससे सरकार और किसान दोनों को फायदा होगा। इस सर्वे से सरकार जान सकेगी कि किस खाते, खसरा में कौन सी फसल लगी है, जिससे आपदा की स्थिति में किसानों को सरकार की आपदा संबंधी योजनाओं का वास्तविक लाभ मिल सके। साथ ही सरकार को यह भी जानकारी होगी कि किस गांव में किस प्रकार की फसल का उत्पादन होगा, जिससे किसानों को विपणन व्यवस्था एवं फसल बीमा का लाभ मिल सके। इसके अलावा, सर्वे से कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिलेंगी।
इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में, शेखपुरा जिले के अवेबादशाहपुर गांव में डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य शुरू किया गया है। इसके अलावा, चार अन्य जिलों में भी इस प्रक्रिया को लागू किया जाएगा, जिनमें नालंदा, मुंगेर, लखीसराय और जहानाबाद शामिल हैं। आने वाले 2024 के खरीफ सीजन से सभी जिलों में डिजिटल सर्वे का कार्य शुरू होगा।
शेखपुरा के जिला पदाधिकारी जे. प्रियदर्शिनी ने अवेबादशाहपुर गांव में जाकर डिजिटल सर्वे कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान, कृषि विभाग के मुख्यालय बसोका के निदेशक शंकर कुमार चौधरी, उप कृषि निदेशक (सांख्यिकी) सुशील कुमार, शेखपुरा के जिला कृषि पदाधिकारी अविनाश चंद्र, दिल्ली में प्रशिक्षण प्राप्त राज्य के सभी मास्टर ट्रेनर एवं भारत सरकार की परामर्शी कृति कुमारी आदि उपस्थित रहे।