अहमदाबाद: गुजरात सरकार ने रबी सीजन 2024-25 की फसलों के तहत चना और सरसों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद प्रक्रिया तेज करने का फैसला किया है। सरकार ने ऐलान किया है कि वह प्रदेश के 4.65 लाख किसानों से 2669 करोड़ रुपये की चना और सरसों की खरीद करेगी। इस फैसले से राज्य के किसानों में खुशी और उत्साह है, क्योंकि इस बार चना और सरसों की फसल से उन्हें बेहतर आय की उम्मीद है।
21 अप्रैल से शुरू हुई खरीद प्रक्रिया
गुजरात में 21 अप्रैल से इन दोनों फसलों की खरीद सरकारी दरों पर शुरू कर दी गई है। सरकार ने चना की खरीद के लिए 3.36 लाख टन का लक्ष्य तय किया है, जिस पर 1902 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं, 1.29 लाख टन सरसों की खरीद पर सरकार 767 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह पूरी खरीद केंद्र सरकार द्वारा घोषित MSP दरों पर की जा रही है, जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके।
कितना है चना और सरसों का MSP
रबी सीजन 2024-25 के लिए केंद्र सरकार ने चने का MSP ₹5650 प्रति क्विंटल और सरसों का MSP ₹5950 प्रति क्विंटल तय किया है। इन दरों पर उपज बेचने के लिए 3.36 लाख किसानों ने चना और 1.18 लाख किसानों ने सरसों के लिए MSP पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है। इस रजिस्ट्रेशन के जरिए सरकार किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से भुगतान करेगी।
राज्यभर में स्थापित किए गए खरीद केंद्र
सरकार ने इस खरीद अभियान के तहत किसानों की सुविधा के लिए राज्यभर में विशेष खरीद केंद्रों की स्थापना की है। जिनमें चना खरीद के लिए 179 केंद्र तथा सरसों खरीद के लिए 87 केंद्र शामिल हैं। इन केंद्रों के माध्यम से पारदर्शी और सुगम तरीके से उपज की तौल, गुणवत्ता जांच और भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।
चना उत्पादन में इज़ाफा, सरसों के रकबे में गिरावट
गुजरात सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार चना की बुवाई 8.49 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो कि पिछले तीन वर्षों के औसत से 15,000 हेक्टेयर अधिक है। इससे चना उत्पादन में बढ़ोतरी का अनुमान है। हालांकि, सरसों की बुवाई में गिरावट दर्ज की गई है। इस बार राज्य में 2.58 लाख हेक्टेयर में सरसों बोई गई है, जबकि पिछले तीन वर्षों का औसत 3.07 लाख हेक्टेयर रहा है। यह 16% की गिरावट को दर्शाता है। बावजूद इसके, बाजार विश्लेषकों और किसानों को उम्मीद है कि इस बार कम आपूर्ति के कारण सरसों के भाव बेहतर रहेंगे।
किसानों को राहत और आयवर्धन की उम्मीद
गुजरात सरकार के इस फैसले से राज्य के किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है। MSP पर खरीद से किसानों को अपनी उपज का सुनिश्चित मूल्य मिलेगा, जिससे वे बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहेंगे। इसके अलावा, रजिस्ट्रेशन और खरीद प्रक्रिया को डिजिटल पोर्टल के माध्यम से संचालित करने से पारदर्शिता और त्वरित भुगतान सुनिश्चित होगा। गुजरात में सरकार द्वारा MSP पर चना और सरसों की खरीद न केवल किसानों को राहत देने वाला कदम है, बल्कि यह रबी सीजन की अच्छी फसल को आर्थिक सफलता में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास भी है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी योजनाओं के माध्यम से कृषकों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को और मजबूती मिलेगी।