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गुणवत्ता में शिकायत को लेकर इस धान के बीज होंगे वापस

करनाल: पूसा बासमती धान की एक बहुत ही लोकप्रिय किस्म है। इस किस्म के बासमती धान की बुआई ज्यादातर हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान करते हैं। इस साल इस किस्म की काफी मांग है। यह कम समय में तैयार होती है। इसमें रोग कम लगते हैं व लागत कम आती है। जो किसान धान की खेती के बाद सरसों और आलू की बुआई करना चाहते हैं उनके लिए यह एक बहुत अच्छी किस्म है। नर्सरी से लेकर कटाई तक इसमें सिर्फ 110 से 115 दिन का समय लगता है। इसकी प्रति हेक्टेयर औसत उपज लगभग 50 क्विंटल है।

अगर आपने भी पूसा बासमती किस्म की बुआई की है तो आपको विशेष रूप से जागरूक रहने की आवश्यकता है। दरअसल, एक बड़ी गड़बड़ी होने के बाद संस्थान ने इस किस्म के बीज को वापस लेने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि अंकुरण कम होने की शिकायत के बाद संस्थान ने बासमती धान का बीज वापस लेने का यह अहम फैसला लिया है, ताकि किसानों को नुकसान न हो और संस्थान की विश्वसनीयता बनी रहे। अगर आपने बुआई के लिए इस किस्म की खरीदारी कर ली है तो बेहतर होगा कि इसे 21 मई तक वापस कर दें। इसके लिए आपको खरीद की रसीद देनी होगी।

ऐसा कहा जा रहा है कि एक किसान ने करनाल सेंटर को शिकायत की थी कि उक्त बीज में अंकुरण बहुत कम हुआ है। इसके बाद संस्थान ने खुद टेस्ट किया, जिसमें पता चला कि एक लॉट में इसका अंकुरण सिर्फ 40 फीसदी है। जबकि सामान्य तौर पर इसे 80 से 90 फीसदी होना चाहिए। इसके बाद इस किस्म के बीज को वापस लेने का फैसला किया गया है।

संस्थान के डायरेक्टर डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा है कि, “पूसा बासमती 1509 धान की एक बहुत ही पापुलर किस्म है। जिन किसानों ने इस किस्म के पौध लगा दी है, वो अगर सेंटर पर खरीद की ओरीजिनल रसीद दिखाते हैं तो उन्हें पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा या फिर नया बीज दिया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि, “पूसा बासमती 1509 धान के लॉट में बिक्री के समय अंकुरण क्षमता निर्धारित 80 फीसदी के न्यूनतम मानक से ऊपर थी। इसमें औज की कमी की आशंका है। इस वजह से नर्सरी में अंकुरण की शिकायत आ सकती है। इसलिए संस्थान ने 25 फरवरी 2022 से 4 अप्रैल 2022 तक की अवधि में क्षेत्रीय स्टेशन करनाल से बिक्री किए गए पूसा बासमती 1509 के बीज को वापस लेने का निर्णय लिया है।”

जिन किसानों ने करनाल केंद्र से इस अवधि में बासमती धान की यह किस्म खरीदी है वो सभी 21 मई तक रसीद व बीज के भरे हुए थैले के साथ क्षेत्रीय स्टेशन करनाल में संपर्क कर सकते हैं। उन्हें या तो पैसा वापस मिलेगा या फिर बदले में नया बीज मिलेगा। यदि किसी किसान ने नर्सरी के लिए बीज डाल दिया है तो फिर रसीद ले आने पर उसे पैसा मिल जाएगा। इस विषय में किसी जानकारी के लिए किसान टेलीफोन नंबर 0184-2267169 पर संपर्क कर सकते हैं।

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