नई दिल्ली: अगर आप व्यावसायिक दृष्टि से किसी फसल की खेती करना चाहते हैं तो यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप किस फसल की खेती शुरू करें। क्योंकि जैसे ही किसी फसल की व्यावसायिक खेती शुरू की जाती है वैसे ही उसमें लगने वाली पूँजी का स्वरूप बदल जाता है। दूसरे शब्दों में किसी फसल की व्यावसायिक खेती अधिक लागत की मांग करती है। ऐसे में एक किसान की ज़िम्मेदारी और जोखिम दोनों ही बढ़ जाती हैं। इसलिए व्यावसायिक स्तर पर किसी फसल की खेती के लिए हमेशा ही उन फसलों का चुनाव करना चाहिए, जिनकी बाजार में पूरे सीजन या पूरे साल संतोषजनक रूप में मांग बनी रहे।
नींबू एक ऐसी फसल है, जिसकी मांग पूरे साल बनी रहती है। इसलिए यदि आप इसकी खेती व्यावसायिक स्तर पर करना चाहते हैं तो इससे आपको काफी अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सकता है। नींबू का पेड़ उगने में काफी समय लेता है। लेकिन अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो नींबू का पेड़ जल्दी फल देना शुरू कर सकता है।
नींबू का पौधे लगाते समय नर्सरी से कम से कम 1 साल पुराना पौधा खरीदें। क्योंकि 1 साल पुराना पौधा तेजी से उगता है और उगने में ज्यादा देखभाल भी नहीं करनी पड़ती है।
पौधा लेते समय यह भी देख लें कि पौधों की पत्तियां हरी हों और पौधे साबुत हों।
वसंत का मौसम नींबू के पौधों की रोपाई के बेहतर समय होता है। सर्दी आते आते पौधे काफी बड़े हो जाते हैं।
नींबू ही नहीं किसी भी पौधे के विकास के लिए सूरज की रोशनी काफी ज़रूरी है। इसलिए नींबू के पौधों को ऐसी जगह लगायें जहाँ सूरज की किरणें सीधी गिरें।
पौधों की रोपाई के समय आस-पास उगी हुई घास को साफ़ कर दें। क्योंकि घास मिट्टी के जरूरी पोषक तत्व सोख लेती है और पौधों का विकास अच्छे से नहीं हो पाता है।
नींबू का पौधा लगाने के बाद उसे हर महीनें खाद डालें। ध्यान रहे कि खाद में नाइट्रोजन शामिल हो। एक साल के बाद हर दो महीनें में खाद डालें।
पौधे में आप नियमित रूप से पानी डालें।
जब नींबू का पौधा छोटा हो, उस समय पौधे से हरी पत्तियां ना तोडें। यदि आप पत्तियां तोड़ देंगे तो पेड़ अच्छे से नहीं उग पाएगा।