कृषि पिटारा

हरियाणा में पराली जलाने पर सख्ती: 24 अधिकारी निलंबित, 3000 से अधिक FIR दर्ज

चंडीगढ़: हरियाणा में पराली जलाने के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। करनाल जिले में मंगलवार को 24 कृषि अधिकारियों को निलंबित किया गया, जिन पर पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में लापरवाही का आरोप है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निदेशक राजनारायण कौशिक ने बताया कि अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में पराली जलाने पर नियंत्रण पाने में विफल रहे हैं, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है। हालांकि, आधिकारिक निलंबन आदेश में स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है, लेकिन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यह मामला पराली जलाने की रोकथाम में नाकामी से जुड़ा है।


हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि यह निलंबन पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में अधिकारियों की लापरवाही के चलते किया गया है। उन्होंने बताया कि पराली जलाने के खिलाफ कड़े कदम उठाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए राज्य सरकार ने अब तक 3,000 से अधिक एफआईआर दर्ज की हैं।


रिपोर्ट के मुताबिक, कुरुक्षेत्र में सबसे ज्यादा चार अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, वहीं, पानीपत, जींद, हिसार और सोनीपत में दो-दो अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है। कैथल, करनाल, फतेहाबाद, और अंबाला से भी तीन-तीन अधिकारियों को निलंबित किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन अधिकारियों में से कुछ पर पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के निर्देशों के बावजूद गैर-हाजिर रहने का आरोप है, जबकि अन्य अपने क्षेत्रों में स्थिति को संभालने में नाकाम रहे।


हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, जिससे पर्यावरण और स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। सैटेलाइट डेटा के अनुसार, 15 सितंबर से 22 अक्टूबर तक राज्य में 665 सक्रिय आग के मामले सामने आए हैं। इसमें कैथल में सबसे अधिक 129 मामले दर्ज किए गए हैं, उसके बाद कुरुक्षेत्र (93), अंबाला (74), और करनाल (71) का स्थान है।

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