नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरिया गोल्ड के रूप में किसानों को उर्वरक का एक नया विकल्प प्रदान किया है। इस उर्वरक के इस्तेमाल से मिट्टी में सल्फर की कमी दूर होगी और फसलों की लागत में भी कमी आएगी। इसका नाम “सल्फर कोटेड यूरिया” रखा गया है। इसे राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड कंपनी द्वारा बनाया जा रहा है। इस उर्वरक के इस्तेमाल से उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि होगी, साथ ही फसलों की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
गुरुवार को राजस्थान के सीकर में इस नए उर्वरक, सल्फर कोटेड यूरिया को लांच करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इसका उद्देश्य मिट्टी में उर्वरकता बढ़ाना है और किसानों की इनपुट लागत को कम करना है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम किसानों के दर्द एवं जरूरत को समझते हैं। खेती के खर्चे कम करने और उनकी जरूरत पर गंभीरता से काम किया जा रहा है। केंद्र सरकार यूरिया की कीमतों से किसानों को परेशान नहीं होने देगी, और यह मोदी की गारंटी है। देश में यूरिया की जो बोरी 266 रुपये में मिलती है, वही बोरी पाकिस्तान में 800, बांग्लादेश में 720 एवं चीन में 2,100 रुपये में मिलती है। इसके अलावा, अमेरिका में यूरिया की बोरी 3,000 रुपये में मिल रही है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल कामर्स प्लेटफ़ॉर्म पर 16 सौ कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की शुरुआत की है। इससे किसानों के लिए उनकी उपज को देश के किसी भी हिस्से से बाजार में ले जाना आसान होगा। कृषि समृद्धि केंद्र के विकास के संबंध में उन्होंने कहा कि इसे वन-स्टाप शॉप में विकसित किया जा रहा है, जहां से कृषि से जुड़ी हर जानकारी, बीज, खाद और खेती के औजार जैसे संबंधित उत्पादों को उपलब्ध कराया जाएगा। यही नहीं, इस साल 1.75 लाख अतिरिक्त केंद्र खोले जाएंगे। इससे किसानों की सहूलियत में वृद्धि होगी।