नई दिल्ली: आज के समय में फूलों की खेती कई पारंपरिक फसलों के मुकाबले अधिक मुनाफा देने वाली खेती साबित हो रही है। मुख्य रूप से गुलाब की खेती। इसकी मांग लगभग पूरे साल बनी रहती है। यही नहीं त्योहारों व विभिन्न आयोजनों के समय इसकी मांग में काफी उछाल आ जाता है। अगर आप गुलाब की खेती शुरू करना चाहते हैं तो उन जोखिमों पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है जो गुलाब की खेती को घाटे का सौदा बना सकते हैं। बेहतर पैदावार के लिए विभिन्न रोगों पर नियंत्रण काफी जरूरी है। इसके अलावा गुलाब की अच्छी पैदावार काफी हद तक इसकी अच्छी क़िस्मों पर निर्भर करती है। इसलिए जब आप इसकी खेती की शुरुआत करें तब अपने क्षेत्र की संस्तुति के अनुसार गुलाब की उन्नत क़िस्मों का चुनाव करें।
गुलाब की प्रजातियों की मुख्य रूप से तीन श्रेणियाँ हैं। ये हैं जंगली गुलाब, पुराने बाग़ वाले गुलाब और आधुनिक गुलाब। जंगली गुलाब के फूलों में पांच पंखुड़ियां होती हैं और इनका रंग चमकीला होता है। ये सर्दियों में ज्यादा समय तक खिले रहते हैं। गुलाब की जंगली प्रजातियों के तहत रोज़ा रुगोसा एक उन्नत किस्म है। इसका मूल स्थान जापान है। यह किस्म प्राकृतिक रूप से कठोर होती हैं। इसके फूल बेहद सुगंधित और पत्ते झुर्रीदार चमड़े की तरह होते हैं। ये घनी और मोटी झाड़ियों में उगते हैं।
जंगली प्रजातियों के अंतर्गत एग्लेंटेरिया, मोएश और मल्टीफ्लोरा किस्में भी काफी अच्छी पैदावार देती हैं। एग्लेंटेरिया प्रजाति के गुलाब के फूल सुगंधित और एकल पंखुड़ी वाले होती हैं। मोएश का मूल स्थान चीन है। इनका रंग लाल होता है। जबकि मल्टीफ्लोरा का मूल स्थान एशिया है। इस किस्म के फूल बहुत ज्यादा सुगंध और सफेद रंग की पंखुड़ियां वाले होते हैं।
पुराने बाग़ वाले गुलाब की प्रजातियों के फूल अधिक आकर्षक और सुगंधित होते हैं। ये किस्में गर्म जलवायु के अनुकूल और सर्दियों को भी सहने योग्य होती हैं। ये किस्में बड़ी आसानी से उगने वाली और बीमारीयों की प्रतिरोधक होती हैं। कई बार ये झाड़ियों और बेलों के रूप में उगती हैं। इन किस्मों के फूल कई रंगों के होते हैं। पुराने बाग वाले श्रेणी में चायना रोजेज़, टी रोजेज़, मौस्स रोजेज़, अल्बा और पोर्टलैंड आदि किस्में प्रमुख हैं।
जहाँ तक बात है गुलाब की आधुनिक किस्मों की तो इन किस्मों के गुलाब कई रंगों में पाए जाते हैं। जैसे लाल, सफ़ेद और पीले इत्यादि। गुलाब की आधुनिक किस्मों के अंतर्गत हाइब्रिड टी सबसे लोकप्रिय किस्म है। इसके पौधे 3 से 5 फीट तक विकास करते हैं और फूलों की पंखुड़ियां दोहरी और अर्द्ध-दोहरी होती हैं। हाइब्रिड टी के अलावा फ्लोरिबंडा भी गुलाब की आधुनिक किस्मों के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण प्रजाति है। यह प्रजाति झाड़ियों वाली होती है। इसके फूल और तने छोटे होते हैं। इस किस्म को फूल गुच्छों में लगते हैं। इन दोनों किस्मों के आलवा आधुनिक गुलाब की अन्य बेहतर किस्में हैं: श्रब रोज़, क्लाइमिंग रोज़, मिनीएचर रोज़ और फ्लावर कार्पेट इत्यादि।