कृषि पिटारा

ये रोग महोगनी के पेड़ को पहुँचा सकते हैं नुकसान

नई दिल्ली: महोगनी का वृक्ष अपनी मजबूती के लिए जाना जाता है। इसको पानी से नुकसान नहीं पहुंचता है। इसके  वृक्ष को बहुत ही कीमती वृक्ष माना जाता है। इसके वृक्ष के सभी भागों को उपयोग में लाया जाता है। इसके वृक्ष की खाल, लकड़ी और पत्तियां तक बाजार में बिकती हैं। महोगनी वृक्ष की लकड़ी का उपयोग जहाज, कीमती गहने, फर्नीचर, प्लाईवुड, सजावट की वस्तुएं एवं मूर्तियों को बनाने में किया जाता है। क्योंकि इसकी लकड़ी बहुत मजबूत होती है और यह सालों-साल तक खराब नहीं होती है।

इसके पेड़ में कई औषधीय गुण  होते हैं, जिसकी वजह से इसके छाल, फूल एवं बीजों का उपयोग कई दवाइयों के निर्माण में होता है। इसकी पत्तियों और बीजों के तेल का उपयोग मच्छर भगाने वाले प्रोडक्ट्स एवं कीटनाशक बनाने में किया जाता है, क्योंकि इसके पेड़ों पर मच्छर और कीट नहीं लगते हैं। इसके अलावा, महोगनी वृक्ष के तेल का इस्तेमाल साबुन व पेंट बनाने में होता है। इसके छाल और पत्तियों का इस्तेमाल कई तरह के रोगों से बचाव के लिए होता है। महोगनी पेड़ खासकर व्यापारिक उद्देश्य के लिए होता है, क्योंकि यह अत्यधिक मजबूत और टिकाऊ पेड़ होता है। यदि किसान व्यापारिक उद्देश्य से किसी पेड़ की खेती करना चाहते हैं, तो महोगनी पेड़ की खेती कर सकते हैं।

इन तमाम खूबियों के बावजूद महोगनी के पेड़ों को कई प्रकार के रोगों से प्रभावित होने का खतरा रहता है। यदि समय पर इनपर नियंत्रण नहीं किया जाए तो किसान को काफी हानी उठानी पड़ सकती है। ये रोग इस प्रकार हैं –  

महोगनी रूस्ट (Mahogany Rust): यह एक फंगल संक्रमण है, जो महोगनी पेड़ों को प्रभावित कर सकता है और पत्तियों पर सुर्खियों के रूप में प्रकट होता है। इससे पत्तियों पर पीलापन, कमजोरी और पत्तियों का गिरना आदि लक्षण दिख सकते हैं।

महोगनी वेब वॉर्म (Mahogany Webworm): यह  एक प्रकार का कीट है, जो महोगनी की पत्तियों को खाता है। इसके परिणामस्वरूप पत्तियों में सफ़ेद जाल बन जाता है और पूरे पेड़ को प्रभावित कर सकता है।

महोगनी सालरी ब्लाइट (Mahogany Scale Blight): यह समस्त पेड़ की पूरी ऊँचाई पर लाल या काले रंग के छायांकन के रूप में उत्पन्न कर सकता है, जिससे पेड़ की सेलुलर गतिविधि प्रभावित हो जाती है।

महोगनी ब्लाइट (Mahogany Blight): यह एक फंगस जनित रोग है, जो पत्तियों पर धूप में छोड़ा जा सकता है और पत्तियों को काला कर सकता है, जिससे पेड़ की छायांकन गतिविधि कम हो सकती है।

महोगनी से जुड़े वायरस रोग (Mahogany-Associated Virus Diseases): कुछ वायरस महोगनी पेड़ों को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे पत्तियों में पीलापन और अन्य असामान्य संकेत हो सकते हैं।

महोगनी के पेड़ों को इन रोगों से बचाव के लिए समुचित कृषि प्रबंधन तकनीकों का अनुसरण करना महत्वपूर्ण है, जिसमें समय-समय पर उपयुक्त रोगनाशकों का इस्तेमाल शामिल है।

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