देश में तिलहन फसलों का जिक्र होते ही सरसों और सोयाबीन के साथ सूरजमुखी का नाम भी प्रमुखता से लिया जाता है। सूरजमुखी का तेल भारत में बड़े पैमाने पर आयात किया जाता है, लेकिन अब देश में इसकी खेती को बढ़ावा देने की कोशिशें हो रही हैं। सूरजमुखी की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा मानी जाती है क्योंकि यह फसल तीनों मौसमों—रबी, खरीफ और जायद—में उगाई जा सकती है। हालांकि, रबी और जायद के मौसम को इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, सूरजमुखी उत्पादन में कर्नाटक देश का सबसे अग्रणी राज्य है। यहां की जलवायु और मिट्टी सूरजमुखी की खेती के लिए बेहद अनुकूल है, जिससे राज्य को देश में सूरजमुखी उत्पादन में अग्रणी स्थान मिला है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में कुल सूरजमुखी उत्पादन का 56 प्रतिशत हिस्सा अकेले कर्नाटक से आता है।
कर्नाटक के बाद सूरजमुखी उत्पादन में तेलंगाना का स्थान आता है। यहां की कुल हिस्सेदारी लगभग 8 प्रतिशत है। तीसरे पायदान पर हरियाणा है, जहां से देश को 8 प्रतिशत सूरजमुखी प्राप्त होता है। इसके बाद ओडिशा और महाराष्ट्र का क्रम आता है, जिनकी हिस्सेदारी क्रमशः 8 प्रतिशत और 4 प्रतिशत है। इन पांच राज्यों की सम्मिलित हिस्सेदारी देश के कुल सूरजमुखी उत्पादन का करीब 85 प्रतिशत है।
सूरजमुखी की खेती से जुड़ी जानकारी देने के लिए कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि इसकी खेती के लिए मिट्टी का चयन बेहद अहम है। सूरजमुखी के लिए बलुई दोमट मिट्टी को सर्वश्रेष्ठ माना गया है, जिसका पीएच मान 6.5 से 8.5 के बीच होना चाहिए। बीजों की बुवाई से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई करना और उसे समतल बनाना जरूरी होता है। साथ ही, खेत में जल निकासी की व्यवस्था भी अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि सूरजमुखी का पौधा जलभराव सहन नहीं कर पाता।
भारत सरकार सूरजमुखी सहित सभी तिलहन फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत किसानों को तकनीकी सहायता, उन्नत बीज, प्रशिक्षण और वित्तीय मदद उपलब्ध कराई जा रही है। सूरजमुखी जैसे फसलों का उत्पादन बढ़ाकर देश खाद्य तेलों के आयात पर निर्भरता कम करना चाहता है।
यदि खेती की वैज्ञानिक तकनीकों का पालन किया जाए, तो सूरजमुखी की खेती किसानों के लिए न सिर्फ लाभदायक सिद्ध हो सकती है, बल्कि देश के खाद्य तेल आत्मनिर्भरता अभियान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।