लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना संकट के दौरान भी प्रदेश सरकार किसानों के हित में नई-नई योजनाएँ क्रियान्वित कर रही है। मुख्यमंत्री ने ये बात मंगलवार को राज्य भंडारण निगम द्वारा विभिन्न जिलों में बनाए जा रहे 37 भंडारगृहों का ऑनलाइन शिलान्यास करते हुए कही।
उन्होंने यह भी कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाकडाउन के दौरान विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। इस पैकेज के तहत एक लाख करोड़ रुपये कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए दिए गए हैं। केन्द्र व राज्य सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए संकल्पित हैं। सरकार किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। जिसके कारण परम्परागत खेती से विमुख होने वाले किसान फिर से खेती में सम्भावनाएं देखने लगे हैं।”
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने भंडार गृहों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि, “मार्च, 2017 में जब वर्तमान सरकार गठित हुई थी, उस समय सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि यदि किसानों से गेहूं खरीदेंगे तो उसे कहां रखेंगे? स्टोरेज क्षमता नहीं थी। कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर में अन्नदाता किसानों के लिए भण्डार गृहों के महत्व को अच्छे ढंग से समझा जा सकता है।
नये भण्डार गृहों की स्थापना से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। किसानों को अनाज मंडी के साथ ही फल व सब्जी मंडियों में भी ऐसी सुविधा देनी चाहिए।” उन्होने आगे कहा कि, “एक अप्रैल 2017 से प्रदेश में गेहूं खरीद की कार्यवाही प्रारम्भ की गई। किसानों से 37 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया और यह भी तय किया गया कि किसानों को एमएसपी का भुगतान 48 घंटे के अन्दर डीबीटी के माध्यम से कराया जाए। अब हर वर्ष किसानों की उपज को खरीदने का कार्य चल रही है। सरकार द्वारा दिये गये न्यूनतम समर्थन मूल्य से किसान के जीवन में व्यापक बदलाव आ रहा है। कालाबाजारी पर रोक लगी है, किसानों को शोषण से मुक्ति मिली है। ”
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में 37 भंडार गृह बनाए जा रहे हैं। इनमें झांसी में 4, बलिया में 2, बहराइच में 2, फतेहपुर में 2, जालौन में 2, कानपुर देहात में 2, रामपुर में 2, बदायूं में 2, बस्ती में 2 तथा गाजीपुर, कानपुर नगर, अमरोहा, बिजनौर, बरेली, पीलीभीत, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, महोबा, बांदा, हमीरपुर, मिर्जापुर, भदोही, फर्रूखाबाद, औरैया, रायबरेली व कौशाम्बी में एक-एक भंडार गृह बनाए जाएंगे। इनके निर्माण में लगभग 187.32 करोड़ रुपये की लागत आएगी।