नई दिल्ली: आने वाले 28 फरवरी से उत्तर के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी होने के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में बारिश होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण होगा। उत्तर भारत के राज्यों के राज्यों के तापमान में अब धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगी है। लेकिन इस बात की पूरी संभावना बन रही है कि पश्चिमी विभोग के चलते एक बार फिर से तापमान में गिरावट आएगी और खत्म होती हुई ठंढ एक बार फिर से अपनी मौजूदगी का आभास कराएगी।
28 फरवरी से पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी की जो संभावना बन रही है उसकी वजह से ठंड बढ़ेगी। हालाँकि इस मौसमी बदलाव से अगर किसी को सबसे ज़्यादा नुकसान होगा तो वो हैं किसान। क्योंकि फिलहाल खेतों में सरसों की फसल पकने लगी है। ऐसे में अभी बारिश होना फसल के लिहाज से बिलकुल भी मुनासिब नहीं है।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के अलावा मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने भी 28 फरवरी से लेकर 4 मार्च के बीच मौसम में होने वाले बदलाव की पुष्टि की है। मौसम के आँकड़ों के अनुसार उत्तरी अफगानिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ दिखाई दे रहा है। 27 फरवरी की शाम या फिर रात तक इस विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुँचने की संभावना है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमावर्ती इलाक़ों में भी पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव दिख रहा है। इस वजह से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा और उत्तराखंड में भी हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। देश के बाकी सभी जगहों पर मौसम शुष्क रहेगा। जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के कुछ हिस्सों में दिन के तापमान में वृद्धि हो सकती है।