कृषि पिटारा

उत्तर प्रदेश: डिजिटल क्रॉप सर्वे के जरिये किए जा रहे हैं किसानों को लाभ पहुंचाने के प्रयास

लखनऊ: भारत में रबी सीजन, जो अक्टूबर से लेकर मार्च तक चलता है, किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय अवसर प्रदान करता है। इस सीजन में बोई जाने वाली मुख्य फसलों में गेहूं, सरसों, चना व मसूर आदि शामिल हैं। इन फसलों की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस कड़ी में, योगी सरकार ने डिजिटल क्रॉप सर्वे का सहारा लेते हुए प्रदेश भर में फसलों के सटीक आंकड़े जुटाने के लिए कदम उठाया है।

डिजिटल क्रॉप सर्वे के जरिये फसलों के सटीक आँकड़े और किसान सहायता

उत्तर प्रदेश में डिजिटल क्रॉप सर्वे के तहत रबी, खरीफ और जायद सीजन में बोई जाने वाली फसलों का फील्ड टू फील्ड सर्वे कराया जा रहा है। इससे न केवल फसलों के उत्पादन की सटीक जानकारी मिलती है, बल्कि किसानों को उचित सहायता भी दी जा रही है। सरकार ने दिसंबर माह के अंत तक जिला हेल्पडेस्क बनाने का निर्देश दिया है ताकि किसानों को आसानी से सहायता मिल सके।

इसके लिए, यूपी सरकार ने तय किया है कि 31 दिसंबर तक जिला हेल्पडेस्क तैयार कर लिए जाएँ। किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए यूपी सरकार ने जिला हेल्पडेस्क नंबर upagristack@gmail.com के साथ टीम के सदस्यों के नाम और मोबाइल नंबर को साझा करने का निर्देश भी दिया है। साथ ही, खरीफ मानदेय के भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। सरकार ने अपने निर्देशों के अनुसार जिलों को 20 दिसंबर 2023 तक अपने मौजूदा खरीफ सर्वेक्षकों को सक्रिय करने का निर्देश दिया है, ताकि उचित आंकड़े जल्दी तैयार किए जा सकें।

मुख्य फसलों का अच्छा मुनाफा

रबी सीजन में बोई जाने वाली मुख्य फसलों में गेहूं, चना और सरसों शामिल हैं, जो किसानों को अच्छा मुनाफा दिला सकती हैं। गेहूं रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल है और इसका उत्पादन सबसे ज्यादा होता है। इसकी बुआई नवंबर और दिसंबर में होती है और फरवरी-मार्च में फसल पूरी तरह से तैयार हो जाती है। इसके बाद, चना और सरसों की बुआई भी इसके पश्चात मार्च के महीने में की जाती है।

Related posts

Leave a Comment