मानसून के साथ ही बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश सहित लगभग पूरे भारत में धान की रोपाई शुरू हो गई है। धान की रोपाई अलग-अलग राज्यों में भिन्न-भिन्न समय पर हो रही है, जहां कुछ राज्यों में धान की रोपाई पूरी हो चुकी है, वहीं कुछ राज्यों में इसकी शुरुआत हुई है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने धान की खरीद करने के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने धान की खरीद के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। कहा जा रहा है कि धान की खरीद उत्तर प्रदेश में 1 अक्टूबर से शुरू होगी। इसके लिए प्रदेश में 4,000 धान खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे। धान की खरीद के लिए तिथि का ऐलान करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है। हालांकि, यूपी में किसान अभी धान की रोपाई कर रहे हैं, जिनकी कटाई अक्टूबर से नवंबर के बीच में की जाएगी। लेकिन धान की खरीद को लेकर सरकार ने 4 महीने पहले ही घोषणा कर दी है।
साथ ही, धान खरीद के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू हो गई है। सरकारी केंद्रों पर धान की बिक्री करने वाले किसानों को खाद एवं रसद विभाग की वेबसाइट fcs.up.gov.in या मोबाइल ऐप up kisan mitra पर पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण कराने की अंतिम तारीख 31 अगस्त तय की गई है। इसका मतलब है कि किसानों को 31 अगस्त तक fcs.up.gov.in या up kisan mitra पर जाकर धान खरीद के लिए पंजीकरण करवाना होगा।
उत्तर प्रदेश में करीब 60 लाख हेक्टेयर में किसान धान की खेती करते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में किसान धान की खेती करने में सबसे अधिक रुचि रखते हैं। चंदौली जिला इस क्षेत्र में प्रमुख है, जहां किसान धान के साथ-साथ काले चावल की खेती भी करते हैं, जिसकी बहुत मांग होती है। इसकी कीमत 500 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाती है।