लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने का फैसला किया है। इस फैसले के तहत 1 मार्च से 14 अप्रैल के बीच बने या बनने वाले बिजली बिलों के भुगतान की तारीख बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दी गई है। यही नहीं, उपभोक्ताओं को देर से भुगतान करने पर लगने वाले सरचार्ज से भी छूट दी जाएगी।
वैसे उपभोक्ता जो बिजली बिलों का ऑनलाइन भुगतान करते हैं, उन्हें अब कोई शुल्क नहीं देना होगा। अब तक डेबिट व क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर बैंकों द्वारा शुल्क लिया जा रहा था लेकिन, अब इस शुल्क का भुगतान UPPCL के द्वारा किया जाएगा। उपभोक्ता अपने बिजली बिलों का ऑनलाइन भुगतान ई-निवारण ऐप व UPPCL की वेबसाइट www.upenergy.in/uppcl के जरिये भी कर सकते हैं।
लॉकडाउन को देखते हुए UPPCL ने उपभोक्ताओं के घर-घर जा कर मीटर रीडिंग लेने पर भी अप्रैल तक रोक लगा रखी है। विभाग ने तय किया है कि अप्रैल महीने के बिजली का बिल उपभोक्ता के तीन महीने की बिजली खपत के औसत के आधार पर तैयार किया जाएगा। औसत आधार पर बनाया बिजली बिल उपभोक्ता के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर मैसेज और ई-मेल भेजा जाएगा। आपको बता दें कि UPPCL मीटिर रीडिंग के आधार पर बिजली का बिल तैयार करता है और रीडिंग के लिए एजेंट उपभोक्ताओं के घर जाते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से फिलहाल घर-घर जाकर मीटर की रीडिंग लेना संभव नहीं है।
लॉकडाउन के दौरान किसानों की सुविधा का ख्याल करते हुए ऊर्जा विभाग ने ‘किसान आसान किस्त योजना’ को भी 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। एक फरवरी को शुरू की गई यह योजना 31 मार्च तक के लिए लागू की गई थी। इसके तहत निजी नलकूपों के बकाया बिजली बिलों का भुगतान आसान किस्तों में ब्याज माफी के साथ करने का प्रावधान किया गया है। योजना का लाभ लेने वाले किसानों का 31 जनवरी 2020 तक ब्याज माफ किया जा रहा है। उन्हें छह आसान किस्तों में बिल का भुगतान करने की सुविधा दी गई है। इस योजना का लाभ अब तक 3,61,215 किसानों को मिल चुका है। ‘किसान आसान किस्त योजना’ के बारे में अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क किया जा सकता है।