उत्तर प्रदेश में खरीफ फसल वर्ष 2024-25 के तहत धान खरीद का आंकड़ा इस वर्ष नया कीर्तिमान स्थापित कर चुका है। अब तक राज्य की विभिन्न एजेंसियों द्वारा 2.86 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद की जा चुकी है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 2.20 लाख मीट्रिक टन थी। इस बार 65,820 मीट्रिक टन ज्यादा धान खरीदा गया है, और किसानों को 543 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्रय केंद्रों की सुचारू व्यवस्था के लिए जनपदों और खाद्य विभाग के अधिकारियों को नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने 48 घंटे के भीतर किसानों के भुगतान की प्रक्रिया पर जोर देते हुए पारदर्शिता की आवश्यकता पर बल दिया है। राज्य भर में करीब 4160 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक धान की खरीद जारी है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धान खरीद का कार्य 1 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 31 जनवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें बरेली, मेरठ, सहारनपुर, और अन्य संभाग शामिल हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में यह प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू होकर 28 फरवरी तक चलेगी। इसके तहत अयोध्या, गोरखपुर, प्रयागराज और वाराणसी संभाग जैसे क्षेत्रों में धान की खरीद जारी है।
सरकार ने सामान्य धान का समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए धान का समर्थन मूल्य 2320 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। धान की सफाई व छनाई के लिए किसानों को प्रति क्विंटल 20 रुपये की अतिरिक्त राशि दी जा रही है। किसानों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर 18001800150 भी उपलब्ध है, ताकि किसी भी समस्या पर वे अधिकारियों से सहायता प्राप्त कर सकें। यह कदम सरकार द्वारा किसानों के लिए दी जा रही सहूलियतों और फसलों की खरीद में पारदर्शिता बनाए रखने के प्रयास को दर्शाता है।