लखनऊ: यूपी सरकार ने मिलेट्स (श्रीअन्न) की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार आगामी 27 से 29 अक्टूबर को श्रीअन्न महोत्सव का आयोजन कर रही है, जिसके लिए सरकार की तरफ से सभी आवश्यक तैयारियां पूरी की जा रही हैं। सरकार ने पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से अब तक 2612 किसानों से 14066.30 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की है और इसके लिए 40 जनपदों में 369 खरीद केंद्रों से सहायता ली गई है। इस कार्य में शामिल किसानों को 2786.55 लाख रुपये का भुगतान भी किया गया है।
सरकार ने पहले ही बाजरा का समर्थन मूल्य 2500 रुपए प्रति क्विंटल रुपये निर्धारित किया है, जिससे किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त हो और श्रीअन्न की खेती को बढ़ावा मिले। बता दें कि बाजरा की खरीद अलीगढ़ मंडल में विशेष रूप से बढ़ गई है। इसके साथ अन्य क्षेत्रों में भी खरीद कार्य जारी है।
बुधवार तक बाजरा की खरीद सर्वाधिक अलीगढ़ मंडल में हुई है। अलीगढ़ मंडल में कुल 6691.30 मीट्रिक टन की खरीद हुई है। मंडल के हाथरस में 2180.20 मीट्रिक टन, अलीगढ़ में 1751.45, कासगंज में 1429.20 व एटा में 1330.45 मीट्रिक टन क्रमिक बाजरा की खरीद हुई। वहीं आगरा मंडल के फिरोजाबाद में 3019.20, आगरा में 1865.65, मैनपुरी में 1062.05 व मथुरा में 418. 05 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद हुई है। सूबे के 40 जनपदों में 2612 किसानों से खरीद की जा चुकी है। फिरोजाबाद में 493, हाथरस में 448, आगरा में 447, अलीगढ़ में 351, एटा में 235, कासगंज में 190, मैनपुरी में 180, मथुरा में 86, बदायूं में 46, औरैया में 39, इटावा में 38, बुलंदशहर में 31, कानपुर देहात में 21, फर्रुखाबाद में 4, संभल में 3 किसानों से बाजार की खरीद की जा चुकी है।
गौरतलब है कि प्रदेश भर में बाजरा की खरीद के लिए 40 जनपदों में 369 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसमें बुलंदशहर में 9, गौतमबुद्ध नगर में 2, मुरादाबाद में 5, रामपुर में 6, संभल में 8, अमरोहा में 2, बरेली में 9, बदायूं में 18, शाहजहांपुर में 7, सीतापुर में 6, हरदोई में 8, उन्नाव में 5, आगरा में 19, मथुरा में 15, मैनपुरी में 12, फिरोजाबाद में 18, अलीगढ़ में 19, एटा में 12, कासगंज में 15, हाथरस में 14, कानपुर नगर में 5, कानपुर देहात में 11, इटावा में 15, फर्रुखाबाद व कन्नौज में 6-6, औरैया में 14, बलिया-वाराणसी में 7-7, चंदौली में 3, जौनपुर में 8, गाजीपुर में 11, मीरजापुर में 10, संत रविदास नगर में 8, प्रयागराज में 6, कौशांबी में 9, फतेहपुर में 5, प्रतापगढ़, बांदा व जालौन में 8-8 तथा चित्रकूट में 5 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं।