भारत में गेहूं की खरीद प्रक्रिया इस वर्ष तेजी से चल रही है, और प्रमुख राज्यों की मंडियों में गेहूं के भाव में विविधताएँ देखने को मिल रही हैं। सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹2,425 प्रति क्विंटल के आसपास है, लेकिन मंडियों में भाव इससे ऊपर भी देखे जा रहे हैं। आइए जानते हैं प्रमुख राज्यों मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात की मंडियों में गेहूं के ताजा भाव के बारे में।
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं के भाव
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक कम हो गई है, और कीमतें MSP के आसपास सिमट गई हैं। इंदौर अनाज मंडी में न्यूनतम, अधिकतम और मॉडल कीमतें ₹2,300 प्रति क्विंटल रही, जो MSP से नीचे हैं। वहीं, सांवेर मंडी में गेहूं की कीमत ₹2,551 प्रति क्विंटल तक पहुंच गई, जो MSP से ऊपर है।
उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं के भाव
उत्तर प्रदेश की मंडियों में भी गेहूं की कीमतें MSP के आसपास हैं, लेकिन कुछ मंडियों में भाव MSP से ऊपर देखे गए। बलरामपुर मंडी में दड़ा वैरायटी का गेहूं ₹4,280 प्रति क्विंटल तक बिका, जो MSP से काफी ऊपर है। अन्य मंडियों में भी गेहूं की कीमतें ₹2,300 से ₹2,600 प्रति क्विंटल के बीच रही।
गुजरात की मंडियों में गेहूं के भाव
गुजरात की मंडियों में गेहूं की कीमतें मिश्रित रहीं। जमबूसर मंडी में गेहूं की कीमत ₹3,400 प्रति क्विंटल तक पहुंच गई, जबकि मोरवा हाफद मंडी में ₹2,500 प्रति क्विंटल तक रही। अन्य मंडियों में भी गेहूं की कीमतें ₹2,000 से ₹2,700 प्रति क्विंटल के बीच रही।
भावों में उतार–चढ़ाव के कारण
गेहूं की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कई कारण हैं। एक ओर जहां सरकार द्वारा MSP बढ़ाकर ₹2,425 प्रति क्विंटल किया गया है, वहीं दूसरी ओर मंडियों में आवक कम होने और व्यापारी भंडारण सीमा तय करने के कारण कीमतें प्रभावित हो रही हैं। इसके अलावा, किसानों द्वारा गेहूं की बिक्री में देरी और आगामी फसल की उम्मीद भी भावों को प्रभावित कर रही है।
कुल मिलाकर, जून 2025 में गेहूं की कीमतें MSP के आसपास बनी हुई हैं, लेकिन मंडियों में भाव में विविधताएँ देखने को मिल रही हैं। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे मंडी भाव की नियमित जानकारी प्राप्त करें और समय पर अपनी फसल बेचें ताकि उन्हें उचित मूल्य मिल सके।