नई दिल्ली: देश भर में बढ़ती ठंड और शीतलहर के कारण किसानों को हुए नुकसानों से बचाने में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) काफी कारगर साबित हो रही है। इस समय देश के काफी हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप जारी है। इससे रबी सीजन की फसलें जैसे – गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, सरसों, अलसी और आलू जैसी काफी प्रभावित हो रही हैं। इस संबंध में मौसम विभाग द्वारा भी किसानों के लिए सुझाव जारी किए गए हैं, ताकि किसान समय रहते अपनी फसलों का बचाव कर सकें।
कड़ाके की ठंड व पाला पड़ने की आशंका के कारण किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए PMFBY का सहारा लेने का सुझाव दिया जा रहा है। इस योजना के तहत किसानों को विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की स्थिति में मुआवजे के लिए आवेदन करने का अधिकार है। PMFBY के तहत, किसानों को दो प्रकार के मुआवजे मिलते हैं। पहला मुआवजा उन्हें तब मिलता है जब उनकी पूरी फसल प्राकृतिक आपदा की वजह से नष्ट हो जाती है। दूसरा मुआवजा उन्हें तब मिलता है जब फसल का औसत उत्पादन कम हो जाता है। किसान इन दोनों मुआवजों के लिए आवेदन कर सकते हैं और बीमा क्लेम प्राप्त कर सकते हैं।
प्राकृतिक आपदा के बढ़ते हुए खतरे के मद्देनजर किसानों को चाहिए कि वे नुकसान की घटना को देखते ही PMFBY कंपनी के स्थानीय ऑफिस या संबंधित बैंक में जाकर नुकसान की सूचना दें। इसके लिए वे 72 घंटे के भीतर आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के माध्यम से किसानों को सरकार द्वारा प्रदान किया जा रहा है। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो अपने नजदीकी कृषि विभाग या बैंक कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।