कृषि पिटारा

ये प्रमुख कीट व रोग मशरूम की पैदावार और गुणवत्ता को करते हैं प्रभावित

नई दिल्ली: मशरूम की खेती कई वजहों से काफी फायदेमंद मानी जाती है। मसलन – इसकी खेती अन्य फसलों के मुक़ाबले काफी कम स्थान में की जा सकती है। साथ ही इसकी खेती में कई फसलों के बनिस्बत अधिक मुनाफा है। लेकिन, मशरूम की खेती में जितना अच्छा मुनाफा है, अगर इसकी खेती में कुछ सावधानियाँ न अपनाई जाएँ तो यह एक घाटे का सौदा भी बन सकती है। मशरूम की फसल को कई वजहों से भारी नुकसान पहुँचता है, जैसे – कवक, जीवाणु, विषाणु और विभिन्न प्रकार के कीटों के अलावा कुछ अजीवित कारक जैसे – पानी, तापक्रम व अपेक्षित आर्द्रता की कमी इत्यादि। ये सभी कारक अकेले या एक साथ मिलकर मशरूम की उपज और उसकी गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं। मशरूम की उपज और गुणवत्ता में कमी का एक प्रमुख कारण फसल पर विभिन्न कीटों व बीमारियों का आक्रमण है। यदि समय पर इन्हें नियंत्रित न किया जाए तो संतोषजनक पैदावार मिलने की संभावना काफी कम हो जाती है।

हरी फफूंद मशरूम की फसल का एक सामान्य रोग है। इसके प्रकोप के कारण मशरूम के क्यूबों पर हरे रंग के धब्बे बन जाते हैं। ‪इसपर नियंत्रण के लिए फॉर्मालिन के घोल (40 प्रतिशत) में कपड़े को डुबोकर प्रभावित क्षेत्र को साफ करना चाहिए। यदि फफूंदी आधे से अधिक क्यूब पर आक्रमण करती है तो सम्पूर्ण क्यूब को हटा देना ही बेहतर होगा।

‎मशरूम की फसल पर विभिन्न प्रकार की मक्खियों जैसे – स्कैरिड मक्खियां, फोरिड मक्खियां व सेसिड मक्खियों का अक्सर आक्रमण होता है। ये मक्खियाँ मशरूम की भूसी या मशरूम से पैदा होने वाले अण्डों पर अण्डे देती हैं और फसल को नष्ट कर देती हैं। इन मक्खियों के अण्डे मशरूम पर पड़े रहते हैं और धीरे-धीरे फल पैदा करने वाले भाग के अंदर प्रवेश कर जाते हैं। फसल के विकास की अवधि में इन मक्खियों के आक्रमण को रोकने के लिए मशरूम गृह के दरवाजों, खिड़कियों और रोशनदानों पर पर्दा लगा दें। साथ ही मक्खीदान अथवा मक्खियों को भगाने की दवा का भी इस्तेमाल करें।

मशरूम की फसल पर आक्रमण करने वाला एक अन्य प्रमुख कीट है – कुटकी। यह बहुत पतला व रेंगने वाला छोटा कीट होता है, जो मशरूम के शरीर पर दिखाई देता है। यह कीट आरंभ में हानिकारक नहीं होता है, लेकिन जब यह फसल पर बड़ी संख्या में मौजूद हो तब फसल को काफी नुकसान पहुँचता है। इस कीट पर नियंत्रण के लिए मशरूम गृह और आस-पास साफ-सफाई रखें।

मशरूम की फसल पर आक्रमण कर उन्हें नुकसान पहुंचाने वाला एक अन्य कीट है – शम्बूक या घोंघा। यह मशरूम की फसल के पूरे भाग को खा जाता है। इससे फसल की गुणवत्ता पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इसपर नियंत्रण के लिए क्यूबों की अच्छी तरह से साफ-सफाई ज़रूरी है। यदि इनका प्रकोप बहुत अधिक बढ़ गया हो तो रासायनिक विधि से उपचार का सहारा लिया जा सकता है।

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