लखनऊ: देशभर में बढ़ती बेरोजगारी जहां एक ओर युवाओं के लिए चिंता का कारण बन रही है, वहीं दूसरी ओर कई लोग इस चुनौती को अवसर में बदलने में लगे हुए हैं। अब लोग पारंपरिक सरकारी या निजी नौकरियों पर निर्भर रहने की बजाय खुद का रोजगार शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। हालांकि, पूंजी की कमी के चलते कई इच्छुक युवा और पशुपालक पीछे हट जाते हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार की नई योजना उनके लिए उम्मीद की एक नई किरण बनकर आई है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने डेयरी व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए ‘दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन नीति-2022’ में संशोधन करते हुए नई योजना को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत अब कोई भी व्यक्ति यदि नया डेयरी प्लांट लगाता है या अपनी पुरानी डेयरी को आधुनिक बनाना चाहता है, तो उसे कुल लागत का 35 प्रतिशत तक अनुदान मिलेगा। यह अनुदान अधिकतम 5 करोड़ रुपये तक दिया जाएगा। पशुपोषण इकाई, जैसे जानवरों के चारे और देखरेख के लिए भी इसी दर से सब्सिडी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस योजना को हरी झंडी दी गई। सरकार का मानना है कि इससे गांवों में स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को अपने ही क्षेत्र में आर्थिक रूप से सशक्त बनने का अवसर मिलेगा। यह योजना खास तौर पर ग्रामीण युवाओं और पशुपालकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि इससे वे अपने गांव में ही डेयरी उद्योग शुरू कर सकते हैं और दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं।
इस योजना को लेकर कृषि और पशुपालन के विशेषज्ञों ने भी सराहना की है। उनका मानना है कि इससे न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा बल्कि दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी, जिससे राज्य की पोषण और आर्थिक सुरक्षा मजबूत होगी।
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित विभाग में जाकर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जल्द ही इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।